आरएसएस के नेता राम माधव ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी डर फैलाने के लिए नए हथकंडे अपना रहे हैं क्योंकि वे केंद्र शासित प्रदेश में सरकार की सफलता से ''चकित'' हैं. माधव की टिप्पणी कश्मीर घाटी में हिंसा में तेजी की पृष्ठभूमि में आई है. अक्टूबर में घाटी में कम से कम 11 नागरिक मारे गए हैं, जिनमें से कुछ अल्पसंख्यक समुदायों से थे.
भाजपा के महासचिव रह चुके माधव ने यहां अपनी नयी पुस्तक ‘द हिन्दू पैराडाइम : इंटीग्रल ह्यूमनिज्म एंड क्वेस्ट फॉर ए नॉन वेस्टर्न व्लर्डव्यू'' पर परिचर्चा करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में पिछले तीन-चार वर्षों में कई सकारात्मक बदलाव हुए हैं.
उन्होंने कहा, ''30 साल पहले विस्थापित हुए कश्मीरी पंडितों को वापस लाया जा रहा है और उनमें से लगभग 3,000 को नौकरी की पेशकश की गई है. सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं. इन सब के कारण, विकास कार्यों में तेजी आई है.''
उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान में आतंकवादी और उनके आका केंद्र सरकार की सफलता से भ्रमित हैं और वे भय फैलाने के लिए सड़क पर निर्दोषों को मारने के लिए नशाखोरों जैसे तत्वों को हथियार देकर नए हथकंडे अपना रहे हैं.
माधव ने कहा, ''हम इसे खुफिया विफलता या सरकार की विफलता के रूप में नहीं ले सकते हैं. बल्कि, ये आतंकवादी सरकार की सफलता पर बदहवासी में एक नए प्रकार का भय पैदा कर रहे हैं.''