उत्तर प्रदेश के अलग-अलग माध्यमिक विद्यालयों में बुधवार (21 मई) से "समर कैंप 2025" का शुरुआत हो गया. समर कैंप के पहले दिन विद्यार्थियों में विशेष उत्साह देखने को मिला. इस कैंप का उद्देश्य छात्रों में रचनात्मकता, आत्म-अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक उत्तरदायित्व का विकास करना है. बता दें कि कैंप के दौरान बच्चों ने स्वपरिचय, "मैं हूँ देशज", "मैं भी हूँ लेखक", जैसी गतिविधियों में आत्मविश्वास के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.
विचारों को साझा करने का किया अभ्यास
विद्यार्थियों को समूहों में बाँटकर संवादात्मक और सहभागितापूर्ण वातावरण तैयार किया गया, जिसमें उन्होंने अपने विचारों को साझा करने का अभ्यास किया. योगा, रस्साकशी, म्यूजिकल चेयर और रस्सीकूद जैसी आनन्ददायी गतिविधियों मे विद्यार्थियों ने उत्साह और जोश के साथ प्रतिभाग किया.
कंप्यूटर साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत उन्हें बेसिक डिजिटल स्किल्स, टाइपिंग, एमएस पेंट, गूगल टूल्स और ईमेल संचालन जैसी जानकारियाँ दी जाएंगी. साथ ही, उन्हें विभिन्न कैरियर विकल्पों के बारे में बताया जाएगा, ताकि वे अपने भविष्य को लेकर स्पष्ट योजना बना सकें.
जागरूकता कार्यक्रम भी किए जाएंगे
कला और संस्कृति के क्षेत्र में बच्चों को पारंपरिक कलाओं जैसे पेपर मैश, मिट्टी कला, मेंहदी, रंगोली, लोकगीत, लोकनृत्य और रंगमंच जैसी गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिलेगा. इन सत्रों का उद्देश्य उनकी रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना और सांस्कृतिक विरासत से जोड़े रखना है. इसके अतिरिक्त, पर्यावरण संरक्षण, बागवानी, जल-संरक्षण और हरियाली जैसे विषयों पर भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
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