थाईलैंड और म्यामांर के बाद कोलकाता, इंफाल और मेघालय में भी महसूस किए गए भूकंप के हल्के झटके

रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4 रही लेकिन इसकी गहराई केवल 5 किलोमीटर ही थी और इस वजह से हो सकता है कि लोगों को इस भूकंप के तेज झटके महसूस हुए हों. ऐसा इसलिए क्योंकि भूकंप की जब गहराई कम होती है तो ऐसी स्थिति में भूकंप के तेज झटके महसूस किए जाते हैं. 

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थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आने के बाद शुक्रवार को कोलकाता, इंफाल और मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स जिले में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र मध्य म्यांमार में था, जो मोनीवा शहर से लगभग 50 किलोमीटर पूर्व में है.

कोलकाता और उसके आस-पास के इलाकों से भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि, आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, भूकंप के कारण शहर में संपत्ति या जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. मणिपुर में भूकंप के झटकों से इंफाल के थंगल बाजार के निवासियों में दहशत फैल गई, जहां कई पुरानी बहुमंजिला इमारतें स्थित हैं.

हालांकि, पुलिस ने कहा कि अभी तक किसी नुकसान की खबर नहीं है. अधिकारियों ने बताया कि मणिपुर के उखरुल जिले में दोपहर 1:07 बजे एक और भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 2.5 दर्ज की गई. शिलांग के अधिकारियों ने पुष्टि की कि बैंकॉक भूकंप के एक घंटे बाद मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स जिले में भी हल्की तीव्रता का भूकंप आया. क्षेत्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, यह दोपहर 1:03 बजे आया. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा, "जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है."

वहीं म्यांमार और थाईलैंड के बैंकॉक में बेहद तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए. म्यांमार में एक के बाद एक भूकंप के दो झटके आए हैं. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार पहले भूकंप की तीव्रता 7.5 रही, वहीं दूसरा भूकंप 7.0 का आया. ये शक्तिशाली भूकंप म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में आया. इस भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर है. वहीं बैंकॉक में जो भूकंप आया वो इतना शक्तिशाली था कि गगनचुंबी इमारतों की बिल्डिंग के पूल का पानी भी झरने की तरह नीचे आने लगा है. 

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