महाराष्ट्र में निजी बस संचालक अब हड़ताल पर नहीं जाएंगे. सीएम देवेंद्र फडणीस के साथ हुई बैठक के बाद उन्होंने यह फैसला किया है. निजी बस संचालक अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने की तैयारी में थे लेकिन सरकार से मिले आश्वासन के बाद अब राज्य में बसों को संचालन पहले की तरह ही जारी रहेगा.
स्कूल बस ओनर्स एसोसिएशन और राज्य की अन्य पैसेंजर बस संघटनाओं ने यह हड़ताल ट्रैफिक विभाग द्वारा जारी किए जा रहे जबरन और आधारहीन ई-चालानों के विरोध में बुलाने का निर्णय लिया था. हालांकि, आंदोलन की अंतिम रूपरेखा तय करने के लिए हुई बैठक के दौरान मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री की ओर से एक आधिकारिक पत्राचार प्राप्त हुआ. इसमें सरकार ने बस संघटनाओं की चिंताओं को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया है और समाधान के लिए थोड़ा समय मांगा है.
मुख्यमंत्री ने स्कूल बस ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल गर्ग और समिति के अन्य प्रतिनिधियों को बैठक के लिए आमंत्रित किया है. उन्होंने अपील की है कि आम जनता की सहूलियत और सेवा के हित में हड़ताल को वापस लिया जाए.
सरकार द्वारा दिखाई गई सकारात्मक पहल को देखते हुए, समिति ने हड़ताल स्थगित करने का निर्णय लिया है और अब यह मुद्दा संवाद और बातचीत के जरिए सुलझाया जाएगा. स्कूल बस ओनर्स असोसिएशन और स्टेट पैसेंजर बस कमिटी ने स्पष्ट किया है कि वे अपने सदस्यों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं, साथ ही यह भी सुनिश्चित करेंगे कि आम जनता को न्यूनतम असुविधा हो.