संघर्षग्रस्त क्षेत्रों के लिए युवाओं की भर्ती में शामिल एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी : एस जयशंकर

जयशंकर केरल वासियों समेत उन भारतीयों को वापस लाने को लेकर सवालों का जवाब दे रहे थे, जिन्हें भर्ती एजेंसियों ने आकर्षक नौकरियों का लालच देकर रूस-यूक्रेन युद्ध में धकेल दिया.

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विदेश मंत्री एस जयशंकर (फाइल फोटो).
तिरुवनंतपुरम:

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि उन भर्ती एजेंसियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी जो नौकरी के इच्छुक व्यक्तियों को आकर्षक प्रस्ताव देकर धोखा देती हैं और उन्हें विदेश में संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में ले जाती हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भर्ती एजेंसियों की ऐसी हरकतें ‘‘पूरी तरह से अस्वीकार्य'' हैं और सरकार इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से ले रही है.

जयशंकर यहां मीडिया से बातचीत के दौरान कुछ केरलवासियों समेत उन भारतीयों को वापस लाने को लेकर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे, जिन्हें भर्ती एजेंसियों ने आकर्षक नौकरियों का लालच देकर रूस-यूक्रेन युद्ध में धकेल दिया. उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे लिए बहुत गहरी चिंता का विषय है.''

मंत्री ने कहा कि केरल के दो लोगों को वापस लाया गया है और सरकार शेष लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए रूसी राजनयिकों के संपर्क में है.

उन्होंने कहा, “यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है कि किसी भी भारतीय को संघर्षग्रस्त क्षेत्र में ले जाया जाए और किसी भी तरह से संघर्ष में सेना के लिए काम करने के लिए मजबूर किया जाए. यह एक ऐसी चीज है जिसे हम बहुत गंभीरता से लेते हैं.''

उन्होंने कहा कि संघर्षग्रस्त क्षेत्रों के लिए युवाओं की अवैध भर्ती में शामिल एजेंट के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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