गुजरात के खेड़ा जिले में कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय की भीड़ ने गरबा स्थल पर हमला कर दिया, जिसमें सात लोग घायल हो गए. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने कहा कि करीब 150 लोगों की भीड़ ने सोमवार रात उंधेला गांव में एक मंदिर परिसर में गरबा कर रहे समूह पर पथराव किया.
पुलिस उपाधीक्षक वी. आर. बाजपेयी ने बताया कि मातर पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने 13 लोगों को हिरासत में लिया. उन्होंने बताया कि घटना के बाद गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है.
बाजपेयी ने संवाददाताओं से कहा, “गांव के सरपंच ने एक मंदिर में गरबा का आयोजन किया था. मुस्लिम समुदाय की भीड़ ने इसे रोकने की कोशिश की.” उन्होंने कहा कि भीड़ ने पथराव भी किया. ग्राम रक्षक दल (जीआरडी) के एक जवान और एक पुलिसकर्मी सहित कम से कम सात लोग घायल हो गए.
इससे पहले, खेड़ा के पुलिस अधीक्षक राजेश गढ़िया ने कहा था कि आरिफ और जहीर नामक व्यक्ति के नेतृत्व में एक समूह नवरात्रि गरबा स्थल में घुस गया और हंगामा कर दिया.
नवरात्रि गरबा कार्यक्रम में पत्थर फेंकने के बाद गिरफ्तार किए गए कुछ मुस्लिम पुरुषों को एक पोल से बांध दिया गया और उन्हें बेंत से पीटा गया. वीडियो में भीड़ को जयकारा लगाते हुए भी देखा जा सकता है. स्थानीय समाचार आउटलेट वीटीवी गुजराती न्यूज ने वीडियो को साझा भी किया और कहा, "10-11 विधर्मियों को उंधेला गांव में लाया गया, जहां पुलिस ने उन्हें सार्वजनिक रूप से सबक सिखाया"
रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपियों को जनता से माफी मांगने के लिए कहा गया था. वहां क्षेत्र के प्रभारी पुलिस निरीक्षक भी मौजूद थे.
एनडीटीवी स्वतंत्र रूप से वीडियो की पुष्टि नहीं कर सका. ट्विटर पर, लोगों ने वीडियो के जवाब में पुलिस के 'कंगारू न्याय' पर सवाल उठाया, जबकि कई 'त्वरित सुधार' का बचाव कर रहे थे.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया था कि लगभग 150 लोगों की भीड़ ने कल रात एक मंदिर परिसर में एक गरबा कार्यक्रम में पथराव किया. इस मामले में 43 को नामजद किया गया था.