उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने सोमवार को यहां भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की. यह मुलाकात ऐसे समय हुई है, जब ऐसी अटकले हैं कि पार्टी राज्य में राजनीतिक बदलाव पर विचार कर रही है. ऐसी जानकारी मिली है कि दो केंद्रीय नेताओं, भाजपा उपाध्यक्ष रमन सिंह और पार्टी महासचिव दुष्यंत सिंह गौतम ने राज्य के दौरे से वापस आने के बाद पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, जहां वे राज्य के भाजपा कोर समूह के सदस्यों से बात करने गए थे.
हालांकि, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना को अधिक तवज्जो नहीं दी है, लेकिन यह स्वीकार किया कि उत्तराखंड में पार्टी के नेताओं के एक वर्ग की मुख्यमंत्री के साथ कुछ समस्याएं रही होंगी. रावत ने नड्डा से मुलाकात की और इससे पहले दिन में उत्तराखंड सांसद अनिल बलूनी के आवास पर भी गए थे.
राज्य से पार्टी के एक वरिष्ठ नेता एवं भाजपा सांसद अजय भट्ट ने पीटीआई-भाषा को बताया कि राज्य में ‘‘सब ठीक है'' और कहा कि दो केंद्रीय नेताओं ने 12 मार्च से भाजपा की तीन दिवसीय राज्य कार्यकारिणी की बैठक और 18 मार्च को रावत सरकार की चौथी वर्षगांठ की तैयारियों के संबंध में उत्तराखंड का दौरा किया था. गौतम ने भी रविवार को इसी तरह की बात की थी.
प्रदेश भाजपा ने सोमवार को कहा कि मंगलवार को उत्तराखंड में विधायक दल की किसी भी बैठक के बारे में कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है. प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने देहरादून में पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘जहां तक मेरी जानकारी है उसके हिसाब से कल यहां पार्टी विधायक दल की किसी भी बैठक की अबतक औपचारिक घोषणा नहीं की गयी है.'' लेकिन जब उनसे यह सवाल किया गया कि जैसा कि राजनीतिक मोर्चे पर अचानक बदलते घटनाक्रम से संकेत मिल रहे हैं, उसके हिसाब से उत्तराखंड में कोई बड़ा बदलाव तो नहीं होने जा रहा है, तो उन्होंने कहा, ‘‘देखते हैं.'' उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मंगलवार दोपहर वापस देहरादून लौटेंगे.
राज्य के नेताओं का एक वर्ग कथित तौर पर रावत के नेतृत्व से नाखुश है और उनका विचार है कि उनके नेतृत्व में पार्टी की चुनावी संभावनाएं बहुत उज्ज्वल नहीं हो सकती हैं. सूत्रों ने कहा कि पार्टी राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल करने का विकल्प चुन सकती है. वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी सफलता के बाद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य की कमान रावत को सौंपने का फैसला किया था.