सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर ओमप्रकाश राजभर के संबंध में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए. जौनपुर में एक कार्यकर्ता के यहां पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहे अखिलेश यादव ने ओपी राजभर की राजनीति पर अपने अंदाज में तंज कसा. साथ ही वो दूध, दही और घी पर जीएसटी लगाने को लेकर बीजेपी को घेरते नजर आए. वहीं, इस दौरान उन्होंने ईडी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर भी निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि बीजेपी विरोध करने वाले सभी दलों को संदेश देना चाहती है कि जो उसका विरोध करेगा, उनके ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, ओपी राजभार के संबंध में उन्होंने कहा कि समाजवादी गठबंधन पर आज तक कभी ये आरोप नहीं लगा कि पैसे लेकर टिकट दिए जाते हैं. लेकिन जिस तरह अभी आरोप लगे वो गलत हैं. उन्हें अगर बीजेपी के साथ जाना है तो जाएं. बीजेपी का काम ही है- डिवाइड एंड रूल. वो विपक्ष को बांटकर रखना चाहती है.
सोनिया गांधी के संबंध में उन्होंने कहा, " क्या कोई कल्पना भी कर सकता है कि कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता को ईडी पूछताछ के लिए बुला लेगी. ऐसा करके बीजेपी ये संदेश दे रही है कि अगर उसके खिलाफ कोई बोलेगा तो उसको भी ऐसे ही बुलाया जाएगा. संभव है कि इसी कारण गठबंधन तोड़ा गया है." अखिलेश यादव ने कहा, " मैंने ओपी राजभर को स्वतंत्र किया है. अगर मैं सम्मान नहीं दे पा रहा हूं, तो जहां उन्हें सम्मान मिल रहा है, वो वहां जाएं. लेकिन सबसे बड़ी बात है कि उनके पास अपना दल है, जहां वे पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक की आवाज उठाने की बात करते हैं. वे इसी सिद्धांत के साथ आगे बढ़ें."
एसी से बाहर न निकलने के आरोप पर अखिलेश ने कहा, " मुझे राजनीति में 22 साल हो गए हैं. आप सब समझ रहे होंगे कि किसके इशारे पर वो मुद्दे उठा रहे हैं. मुझे तो लगता है कि उनके अंदर आत्मा किसी और दल की आ गई है. गांव-देहात में झाड़-फूंक होती है ना तो उन्हें झड़वाना फुकवाना पड़ेगा तभी ठीक होंगे. उसके पहले ठीक नहीं होंगे." ओमप्रकाश राजभर को वाई श्रेणी की सुरक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो बीजेपी को खुश करेगा, उसे सुरक्षा मिलेगी. वह स्वतंत्र आजाद घूमेगा.
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