उत्तर प्रदेश के एक पुलिस स्टेशन में खौफनाक घटना हुई है. एक महिला पर उसके ही बेटे ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी और मोबाइल से वीडियो बनाने लगा. पुलिस दौड़ती हुई आई और महिला को बचाने की कोशिश की. पुलिस ने बताया कि 40 फीसदी जल चुकी हेमलता की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. सीसीटीवी में कैद हुई यह घटना दोपहर करीब 2 बजे अलीगढ़ के खैर पुलिस स्टेशन में हुई. सीसीटीवी फुटेज में महिला को पुलिस स्टेशन से बाहत जाते हुए दिखाया गया है. इसके बाद उसके बगल में एक व्यक्ति ने उस पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी. पुलिस का कहना है कि वह व्यक्ति उसका बेटा गौरव था.
वीडियो में क्या है
वीडियो में दिखाया गया है कि जैसे ही एक पुलिसकर्मी महिला के हाथ से लाइटर छीनने की कोशिश करता है, वह जमीन पर गिर जाता है और महिला का बेटा एक हाथ में मोबाइल लिए अपनी मां को आग लगा देता है. आग का एक बड़ा गोला फूटता है और हर कोई पीछे हट जाता है. बेटा जमीन पर गिर जाता है. फिर वह उठता है और भयानक दृश्य रिकॉर्ड करना शुरू कर देता है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन का कहना है कि 22 वर्षीय बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं महिला के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उसने खुद को आग लगा ली क्योंकि वह संपत्ति विवाद को लेकर अपनी शिकायत पर पुलिस की निष्क्रियता से परेशान थी. हालांकि पुलिस ने इससे इनकार किया है.
एएसपी ने क्या कहा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजीव सुमन ने बताया कि खैर थाना क्षेत्र के दरकन नगरिया गांव की रहने वाली पीड़िता हेमलता (45) का अपने ही परिवार के सदस्यों से संपत्ति को लेकर विवाद था. पुलिस आज थाने में मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही थी. उन्होंने बताया कि इसी बीच महिला थाने से बाहर चली गई और बाद में अपने बेटे गौरव (25) के साथ वापस आई. उसने अचानक लाइटर निकाला और अपनी मां को आग लगा दी. महिला को बचाने की कोशिश में घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. करीब 40 प्रतिशत तक जल चुकी महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका उपचार जारी है.
क्या हुई कार्रवाई
सुमन ने बताया कि 'सीसीटीवी फुटेज से पुष्टि होती है कि महिला के बेटे ने उसे आग लगाने के लिए लाइटर का इस्तेमाल किया. आरोपी को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है.' उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि पुलिस ने महिला की शिकायत के मामले में कोई लापरवाही बरती है. उनका दावा है कि संपत्ति विवाद पर महिला द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट पर पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है.