"होहल्ला कर रहे कुछ राज्य...": कोरोना वैक्सीन को लेकर भेदभाव के आरोपों पर बोले डॉ.हर्षवर्धन

Maharashtra के स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, महाराष्ट्र को हर हफ्ते 40 लाख और हर माह 1.6 करोड़ वैक्सीन की जरूरत है. महाराष्ट्र की आबादी गुजरात से दोगुनी है, लेकिन दोनों ही राज्यों को करीब 1-1 करोड़ कोरोना की वैक्सीन मिली हैं.

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Harsh Vardhan ने कहा कि कुछ राज्यों द्वारा पक्षपात का आरोप बेबुनियाद है.
नई दिल्ली:

कोरोना की वैक्सीन के वितरण (Covid Vaccine Distribution) को लेकर केंद्र और राज्यों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है.  महाराष्ट्र और दिल्ली सरकार के आरोपों के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Union Health Minister Harsh Vardhan) ने गुरुवार को ट्वीट किया. महाराष्ट्र ने आरोप लगाया है कि उसे उसकी आबादी के हिसाब से पर्याप्त वैक्सीन मुहैया नहीं कराई गई है. देश में स्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सिन लोगों को लगाई जा रही है.

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हर्ष वर्धन ने कहा कि कुछ राज्यों द्वारा लगाया गया पक्षपात का आरोप होहल्ले से ज्यादा कुछ नहीं है और ये उनके द्वारा नाकामी छिपाने का प्रयास है.महाराष्ट्र ने आरोप लगाया है कि उसे उसकी आबादी के हिसाब से पर्याप्त वैक्सीन मुहैया नहीं कराई गई है.केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया, महाराष्ट्र और राजस्थान उन तीन शीर्ष राज्यों में से एक है, जिन्हें कोरोना की सबसे ज्यादा वैक्सीन की खुराक उपलब्ध कराई गई है. ये दोनों ही गैर BJP शासित राज्य हैं. 

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कोरोना के सबसे ज्यादा मामलों वाले राज्य महाराष्ट्र (Maharashtra) का कहना है कि केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) और भारत बायोटेक से जो 3.5 करोड़ कोरोना वैक्सीन खरीदी हैं, उनमें से सिर्फ 7.4 लाख टीके ही उसे मिले हैं. उसका कहना है कि महाराष्ट्र की 12 करोड़ आबादी के लिहाज से ये काफी कम है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि बीजेपीशासित राज्यों की तुलना में विपक्ष के राज्यों के साथ भेदभाव किया जा रहा है.

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टोपे के मुताबिक, महाराष्ट्र को हर हफ्ते 40 लाख और हर माह 1.6 करोड़ वैक्सीन की जरूरत है. महाराष्ट्र की आबादी गुजरात से दोगुनी है, लेकिन दोनों ही राज्यों को करीब 1-1 करोड़ कोरोना की वैक्सीन मिली हैं. हरियाणा को भी करीब 20 लाख वैक्सीन दी गई हैं. मंत्री ने कहा था कि महाराष्ट्र के ज्यादातर जिलों के पास 10 अप्रैल के बाद कोरोना वैक्सीन का कोई स्टॉक नहीं बचेगा. सतारा में पहले ही टीकाकरण बंद हो गया है.सांगली में भी शुक्रवार से वैक्सीनेशन नहीं हो पाएगा.

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