बिहार में अंदरखाने जेडीयू और बीजेपी के बीच कुछ भी सही नहीं आ रहा है. इसकी बानगी बीते कुछ दिनों में लगातार दोनों पार्टी की तरफ से एक दूसरे के खिलाफ हो रही बयानबाजी से देखने को मिला है. राजनीति से जुड़े जानकार मान रहे हैं कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार इन दिनों बीजेपी से दूरी बनाकर आरजेडी के खेमे की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं. वहीं, बीजेपी भी नीतीश सरकार पर किसी तरह का हमला करने से पीछे नहीं हट रही. राज्य में चल रही राजनीतिक खींचतान के बीच रविवार को आरसीपी सिंह को सीएम बनाने के नारे लगने के बाद राज्य में राजनीति गरमा गई है.
दअरसल, जहानाबाद में रविवार को सिंह के समर्थन में कुछ युवाओं ने उन्हें बिहार का सीएम बनाने के नारे लगाए. हालांकि, इस दौरान जब पत्रकारों ने इन नारों के बारे में सिन्हा से पूछा तो उन्हें कहा कि मैं फिलहाल किसी राजनीतिक बहस में नहीं पड़ना चाहता. जब राजनीति पर बात करनी होगी तो आप लोगों को अलग से जरूर बुलाऊंगा. खास बात ये है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं आरसीपी सिंह के नालंदा जिले के ही रहने वाले हैं.
ऐसे में जब सवाल पूछा गया तो सिंह ने कहा कि मेरा घर नालंदा जिले में है और मेरा जन्म भी नालंदा जिला में हुआ है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जन्म बख्तियारपुर में हुआ है. आरसीपी सिंह ने कहा कि जहानाबाद के बाला बिगहा गांव में पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष चंदेश्वर बिंद की मौत की बाद उनके परिजनों को ढांढस बंधाने आया हूं, ऐसे हालात में ये किसी राजनीतिक टिप्पणी का समय नहीं है.