महाराष्ट्र में कोरोना (Corona) के बेकाबू मामलों के बीच आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने NDTV Solutions Summit में कहा कि अब महाराष्ट्र ऑक्सीजन को लेकर काफी स्टेबल हो गया है. रेमडेसिविर की कालाबाजारी रोकने की कोशिशें जारी हैं. केंद्र के साथ सहयोग से ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की कमी दूर हुई. कोरोना की दूसरी लहर इतनी स्ट्रांग आएगी ये सोचा नहीं था. लेकिन तीसरी लहर के बारे में तैयार रहना होगा.
लोगों में इतना डर है कि हल्के लक्षण वाले लोग भी अस्पताल में रहना चाहते हैं. बेड्स को लेकर कितना इंतजाम है? इसे लेकर आदित्य ने कहा कि हमने जंबो सेंटर बनाए. जंबो सेंटर महाराष्ट्र में ही सबसे पहले बने. 5 लाख के आसपास महाराष्ट्र में बेड्स बनाए गए हैं. जरूरी यही है कि लोग डॉक्टरों की सलाह से काम करें. इलाज कहीं भी हो कोई कमी नहीं दिखेगी, क्योंकि टास्क फोर्स सेम ही है.
जिन युवाओं में संक्रमण का डर नहीं, वो लापरवाही बरत रहे हैं, ऐसे युवाओं के लिए आदित्य ने कहा कि पहले तो बिल्कुल डरे नहीं, लेकिन ये सर्दी खांसी जुकाम नहीं है. मैंने ऐसे कई लोगों ने टेस्ट नहीं करवाया और उनकी मौत हो गई. इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें. डॉक्टरों और प्रशासन पर भरोसा करें और सावधानी बरतें.
बहुत सारे मजदूर महाराष्ट्र में अन्य राज्यों से आकर काम करते हैं तो ऐसे लोगों के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है. इस पर आदित्य ने कहा था कि बहुत सारे प्रवासी मजदूर पिछले लॉकडाउन के दौरान लौट गए. इस साल हमने कहीं भी ट्रैवल रोका नहीं है. इस वक्त उतना पैनिक नहीं है, जितना पिछले साल था. पिछले लॉकडाउन से हमने सबक लिया है. अब स्थिति पहले से ठीक है.
आदित्य ठाकरे से बातचीत के मुख्य अंश
- ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की कमी दूर हुई है.
- दूसरी लहर इतनी ताकतवर होगी सोचा ना था
- टास्क फोर्स की सलाह पर हर फैसला
- हर तरह की टेस्टिंग बढ़ा रहे हैं, ताकि लोगों को सही इलाज मिले.
- आंकड़ों से डरने की जरूरत नहीं है.
- लोगों से निवेदन है टेस्ट कराएं.
- टेस्ट न करवाने से भी संक्रमण लगातार बढ़ रहा है.
- तीसरी लहर के बारे में भी कहा नहीं जा सकता, सो तैयार रहना होगा.