प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को वैश्विक स्तर पर तिरुवल्लुवर केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखते हुए तमिल मुद्दे पर जोर डाला और कच्चातिवु को श्रीलंका को ‘‘सौंपने'' के लिए कांग्रेस और द्रमुक को ‘‘पापी'' करार दिया. भाजपा के घोषणापत्र का हवाला देते हुए उन्होंने तिरुवल्लुवर केंद्रों, दक्षिण भारत में बुलेट ट्रेन और मोती की खेती को बढ़ावा देने का जिक्र किया. विकसित भारत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए मोदी ने कहा कि इस चुनाव में ‘‘विकसित तमिलनाडु'' एक मिशन बन गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि पार्टी के घोषणापत्र में तमिल भाषा को महत्व दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘तमिलनाडु के विरासत स्थलों को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए काम किया जाएगा. भाजपा पूरी दुनिया में तिरुवल्लुवर सांस्कृतिक केंद्र स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है.'' मोदी ने द्रमुक और कांग्रेस को ‘‘राष्ट्र-विरोधी'' करार दिया और कहा कि पूरा देश अब सच्चाई समझ गया है कि उन्होंने कच्चातिवु को तमिलनाडु से ‘‘काटकर'' दूसरे देश को दे दिया था.
पीएम ने आरोप लगाया कि दोनों दलों ने न केवल तमिलनाडु के लोगों को अंधेरे में रखा बल्कि कच्चातिवु मुद्दे पर झूठ बोला. श्रीलंका द्वारा तमिलनाडु के मछुआरों की गिरफ्तारी की घटनाओं के स्पष्ट संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘हमारे मछुआरे भाइयों को द्रमुक और कांग्रेस के पापों की सजा मिलती है.'' मोदी ने दावा किया कि कच्चातिवु को लेकर इन दलों का यह ‘‘पाप'' चार दशकों तक छिपा रहा और यह भाजपा ही है जिसने सच्चाई उजागर की. उन्होंने आरोप लगाया कि सच्चाई सामने आने के बाद द्रमुक और कांग्रेस ने चुप्पी साध ली.
पीएम ने आरोप लगाया कि द्रमुक और कांग्रेस तमिल संस्कृति के प्रति घृणा रखते हैं और वे तमिल पहचान व तमिल विरासत को समाप्त करना चाहते हैं. मोदी ने कहा, ‘‘चाहे सेंगोल हो, जल्लीकट्टू हो, आप सभी ने देखा कि कैसे द्रमुक और कांग्रेस ने उनका विरोध किया.'' प्रधानमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु की महिलाएं ‘‘मोदी को आशीर्वाद दे रही हैं'' और यह जल जीवन मिशन (1.25 करोड़ घरों को नल से जल), प्रधानमंत्री आवास योजना (12 लाख घरों का निर्माण) और उज्ज्वला योजना (40 लाख से अधिक गैस कनेक्शन) सहित केंद्र की कई पहलों के कारण है.
भाजपा उम्मीदवारों के लिए वोट मांगते हुए मोदी ने रैली में मौजूद लोगों से कहा, ‘‘हमने पिछले 10 वर्षों में तमिलनाडु के विकास के लिए दिन-रात काम किया. जो लोग तमिल भाषा और संस्कृति से प्यार करते हैं, उनकी पहली पसंद भाजपा है और देश से प्यार करने वालों के साथ भी यही स्थिति है.''