सिक्किम में 19 लोगों की मौत, 3,000 फंसे, अलर्ट जारी: 10 पॉइंटर्स में जानें Updates

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
सिक्किम में बाढ़ से तबाही
नई दिल्ली:

सिक्किम में बादल फटने के बाद आई बाढ़ में अब तक छह सैनिकों समेत करीब 19 लोगों की मौत हो गई है और 16 सैनिकों समेत 103 लोग लापता हैं. 3,000 से ज्यादा पर्यटक फंसे हुए हैं.अब तक 2,500 लोगों को निकाला गया है और 6,000 लोगों को सुरक्षित राहत शिविर में भेजा गया है.

  1. सिक्किम सरकार ने एक और ग्लेशियल झील के फटने का अलर्ट जारी किया है और पर्यटकों से अपील की है किह बाढ़ में सेना के शिविर से विस्फोटकों और गोला-बारूद के बह जाने के खतरे की वजह से अपेन ट्रैवल प्लान बनाने में जल्दबाजी ना करें.  अब लाचेन के पास शाको चो झील के फटने का खतरा है, जिसके बाद अधिकारियों ने आसपास के क्षेत्र से लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया है.
  2. लाचेन और लाचुंग में 3,000 के करीब लोग फंसे हुए हैं. मोटरसाइकिलों से वहां पहुंचे 3,150 लोग भी बाढ़ की वजह से वहां फंस गए हैं. सिक्किम के मुख्य सचिव विजय भूषण पाठक का कहना है कि वह सेना और वायु सेना के हेलीकॉप्टरों से सभी लोगों को वहां से निकाल लेंगे. 
  3. सिक्किम के ऊपरी इलाकों में एक ग्लेशियल झील के फटने से अचानक बाढ़ आ गई और एक ग्लेशियल झील में विस्फोट हो गया, जिससे चुंगथांग बांध से पानी छोड़ा गया और बुधवार सुबह तीस्ता नदी के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी हुई, जिससे सिक्किम में  बड़े स्तर पर तबाही हुई.
  4. बाढ़ की वजह से मंगन जिले में चार लोगों की मौत हो गई और 17 लोग लापता हैं, जबकि गंगटोक में पांच लोगों की जान गई है और 22 लोग लापता हैं. पाकयोंग जिले में 6 सैनिकों समेत 10 लोगों की मौत हो गई है और 59 लोग लापता हैं.
  5. सेना बुधवार सुबह से लापता 16 सैनिकों को लगातार तलाश रही है, जब कि त्रिशक्ति सैन्यदल के जवान उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग, लाचुंग और लाचेन के प्रभावित इलाकों में फंसे नागरिकों और पर्यटकों को चिकित्सा सहायता और टेलीफोन कनेक्टिविटी सेवा मुहैया करा रहे हैं.
  6. सरकारी स्वामित्व वाली जलविद्युत कंपनी एनएचपीसी अपने जलविद्युत संयंत्रों को जल्द ही फिर से खोलने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. अचानक आई बाढ़ के बाद तीस्ता बेसिन में क्या हो रहा है, इस पर मंत्रालय बारीकी से नजर रख रहा है. बिजली मंत्रालय ने कहा है कि बाढ़ का पानी कम होने के बाद वह सिक्किम में जलविद्युत परियोजनाओं को हुए नुकसान का गहन आकलन करेगा.
  7. Advertisement
  8. 3-4 अक्टूबर की रात अचानक आई बाढ़ में तीस्ता-V जलविद्युत स्टेशन के नीचे तारखोला और पैमफोक तक के सभी पुल डूब गए या फिर बह गए. तीस्ता-V जलविद्युत स्टेशन वर्तमान में सेवा से बाहर है और बिजली का उत्पादन नहीं कर रहा है. एनएचपीसी ने अपनी परियोजनाओं से सभी कर्मचारियों को सुरक्षित निकाल लिया है और उन्हें सुरक्षित क्षेत्रों में भेज दिया है.
  9. उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर एक ग्लेशियल झील के फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे चुंगथांग बांध में बिजली का बुनियादी ढांचा बह गया और पानी के ओवर फ्लो की वजह से निचले इलाकों के कस्बों और गांवों में बाढ़ आ गई. 
  10. Advertisement
  11. अचानक आई बाढ़ ने सिक्किम में 11 पुल नष्ट हो गए, जिनमें मंगन जिले में आठ, नामची में दो और गंगटोक में एक पुल शामिल है.  बाढ़ से चार जिलों में पानी की पाइपलाइन, सीवेज लाइनें और 277 घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.  उत्तरी सिक्किम में NDRF की प्लाटून स्थानीय निवासियों को निकालने के लिए स्टैंडबाय पर है.
  12.  सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा है कि,'हमारी डेडिकेटेड टीमें इस आपदा से पैदा हुई  चिंताओं और चुनौतियों का समाधान करने के लिए दिन-रात काम कर रही हैं., मैं प्रशासन, स्थानीय अधिकारियों, सभी संगठनों और लोगों से एकजुटता और सहयोग की भावना से मिलकर काम करने की अपील करते हैं.
  13. Advertisement
Featured Video Of The Day
Operation Sindoor पर India Air Force का बड़ा बयान, कहा- ऑपरेशन अभी जारी है | India-Pakistan Tension
Topics mentioned in this article