बंगाल में चुनाव से पहले 'दीदी' को झटका, सांसद अर्जुन सिंह और दिव्येंदु अधिकारी BJP में शामिल

भाजपा महासचिव दुष्यंत गौतम और राष्ट्रीय सचिव व बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय की मौजूदगी में दोनों नेताओं ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
2019 में अर्जुन सिंह तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे
कोलकता:

तृणमूल कांग्रेस के असंतुष्ट नेता और बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह शुक्रवार को फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में लौट आए. पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी ने सिंह को बैरकपुर से टिकट नहीं दिया था, इसके बाद उन्होंने बागी तेवर अपना लिए थे. सिंह के अलावा पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के भाई और तृणमूल कांग्रेस के सांसद दिव्येंदु अधिकारी भी भाजपा में शामिल हो गए. दिव्येंदु पिछले काफी समय से तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व से नाराज थे. वह तमलुक से सांसद हैं.

भाजपा महासचिव दुष्यंत गौतम और राष्ट्रीय सचिव व बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय की मौजूदगी में दोनों नेताओं ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की.

शुभेंदु अधिकारी के एक और भाई सौमेंदु अधिकारी भाजपा में हैं और पार्टी ने पिछले दिनों उन्हें पूर्वी मेदिनीपुर के कोंटाई संसदीय सीट से उम्मीदवार बनाया है. सौमेंदु भी पहले तृणमूल कांग्रेस में थे और तमलुक से सांसद रह चुके हैं.

अमित मालविय ने कहा- संदेशखाली में महिलाओं का अपमान हुआ है

मालवीय ने दोनों नेताओं का भाजपा में स्वागत करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा और कहा कि राज्य के लोग वहां परिवर्तन लाने को आतुर हैं. उन्होंने कहा कि संदेशखालि में जिस प्रकार से महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हुआ है, उससे दुखी होकर दोनों नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली है. उन्होंने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार पर भ्रष्टाचार में ‘आकंठ' डूबे होने का आरोप लगाया और कहा कि उनके कई मंत्री जेल में हैं और कुछ सगे-संबंधी जांच के दायरे में हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में आज जो कानून-व्यवस्था की स्थिति है, वह शायद ही किसी अन्य प्रदेश में होगी.

Advertisement

2019 में अर्जुन सिंह तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे

अर्जुन सिंह ने कहा कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में जिस प्रकार की चुनावी हिंसा हुई थी, उससे अपने लोगों को बचाने के लिए उन्होंने भाजपा से दूरी बना ली थी. उन्होंने आरोप लगाया कि वहां की सरकार पुलिस और गुंडों के बल पर अत्याचार कर सत्ता में बने रहना चाहती है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि राज्य के हर विधानसभा क्षेत्र में एक संदेशखालि है और बंगाल की तरह का अत्याचार दुनिया में कहीं और देखने को नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बंगाल का ‘उद्धार' संभव होगा.

Advertisement

साल 2019 में अर्जुन सिंह तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. इसके बाद उन्होंने बैरकपुर में तृणमूल के तत्कालीन उम्मीदवार दिनेश त्रिवेदी को हराया था. भाजपा में मतभेदों के मद्देनजर वह तीन साल बाद तृणमूल में लौट आए थे. हालांकि, उनकी संसद सदस्यता बरकरार रही.

Advertisement

बैरकपुर सीट से लड़ना चाहते हैं अर्जुन सिंह

तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को अपने उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की थी. पार्टी ने बैरकपुर लोकसभा सीट से राज्य सरकार में मंत्री पार्थ भौमिक को उम्मीदवार बनाया है. ऐसी संभावना है कि भाजपा उन्हें बैरकपुर से उम्मीदवार घोषित करे.

Advertisement

संदेशखालि देश का मुद्दा है- दिव्येंदु अधिकारी

दिव्येंदु अधिकारी ने कहा कि आज का दिन उनके लिए बहुत शुभ है, क्योंकि वह आज भाजपा परिवार में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काम से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए हैं. उन्होंने भी संदेशखालि का मुद्दा उठाया और कहा कि यह अब बंगाल का ही नहीं, बल्कि पूरे देश का मुद्दा है.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
NDTV World Summit 2024: 'भारत की विकास गाथा में लोक कल्याण की भूमिका'