गाजियाबाद के लोनी में 7 गौ तस्करों की गिरफ्तारी और पैर में गोली मारे जाने के मामले में शनिवार को थाना प्रभारी राजेंद्र त्यागी को हटाकर क्राइम ब्रांच भेजा गया है. इसके अलावा इंस्पेक्टर का भी तबादला किया गया है. बता दें कि गुरुवार को गाजियाबाद के लोनी इलाके में कथित तौर पर पुलिस ने एक गोदाम में छापेमारी की थी, जहां पुलिस की गौ तस्करों से मुठभेड़ हुई थी. कथित तौर पर इस मुठभेड़ में सातों के सातों गौ तस्करों के पैरों में एक ही जगह गोली लगी थी. जिसको लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं.
#CrackdownGhaziabad#GhaziabadPolice। थाना लोनी बॉर्डर पुलिस टीम की गौतस्करो से हुई मुठभेड़, 07 गौतस्कर मुठभेड मे घायल/गिरफ्तार । कब्जे से 07 अदद अवैध तमंचे मय 12 जिंदा व 7 खोखा कारतूस व गौतस्करी मे प्रयुक्त उपकरण बरामद ।@Uppolice @adgzonemeerut @igrangemeerut
— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) November 11, 2021
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पुलिस ने गुरुवार को दावा किया था कि एक बड़ी मुठभेड़ में सात गौ तस्करों को गिरफ्तार किया गया. इस मुठभेड़ में एसएचओ के जीप के शीशे पर भी गोली के निशान मिले थे. मुठभेड़ के बाद कुछ हिंदू संगठनों ने लोनी थाने के एसएचओ राजेंद्र त्यागी का थाने परिसर में 'जय श्रीराम' और 'त्यागी जी संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं' के नारों से स्वागत किया. लेकिन जब NDTV संवाददाता रवीश रंजन शुक्ला ने इस घटना को लेकर पड़ताल की तो पता चला कि, मुठभेड़ वाले स्थान के साथ वाले दुकान पर काम करने वाले लोगों का कहना था कि हमने किसी को यहां गायों को लाते हुए नहीं देखा है. एक अन्य दुकानदार ने कहा कि यहां पर कबाड़ी का काम होता है. लेकिन हमने किसी को यहां पर कोई जानवर या गायों का लाते-ले जाते हुए नहीं देखा है.