शिवसेना ने सरकार पर लगाया बजट में 'घूस देने' का आरोप, कहा- 'वोट की गंदी राजनीति करने का नया चलन शुरू'

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने इस बजट में वोटों के लिए राजनीति की है और जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, उनके लिए योजनाओं की घोषणा की है.

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शिवसेना ने सामना में बजट की घोषणाओं को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला.
मुंबई:

शिवसेना ने मंगलवार को दावा किया कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में उन कुछ राज्यों के लिए बड़े पैकेज की घोषणा की है जहां आगामी कुछ महीनों में चुनाव होने हैं. उसने पूछा कि क्या बजट का इस्तेमाल चुनाव जीतने के हथियार के रूप में करना सही है. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना' के संपादकीय में कहा गया है कि उन राज्यों को अधिक धन आवंटित करना ‘घूस' देने के समान है जहां आगामी कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. उसने केंद्र पर बजट के जरिए वोट की ‘‘गंदी राजनीति' करने का नया चलन शुरू करने का आरोप लगाया.

शिवसेना ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के कोष में सर्वाधिक राजस्व का योगदान देने वाले राज्य महाराष्ट्र की केन्द्र ने उपेक्षा की. सीतारमण ने सोमवार को केंद्रीय बजट 2021-22 पेश किया है. संपादकीय में कहा गया, ‘दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि (केंद्र) सरकार ने बजट के जरिए वोटों की गंदी राजनीति का खेल खेलने का नया चलन शुरू किया है.'

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संपादकीय के अनुसार पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु और केरल में विधानसभा चुनाव होने हैं इसलिए वित्तमंत्री ने उन राज्यों को बड़े पैकेज और परियोजनाएं का आवंटन किया. उसमें कहा गया है कि नासिक और नागपुर मेट्रो परियोजनाओं के लिए प्रावधानों को छोड़कर बजट में मुंबई और महाराष्ट्र के हाथ कुछ नहीं आया.

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केंद्र ने नासिक मेट्रो के लिए बजट में 2,092 करोड़ रूपये का और नागपुर मेट्रो फेज-2 के लिए 5,976 करोड़ रूपये का प्रावधान किया है. शिवसेना ने सवाल किया, 'यह भेदभाव क्यों?'

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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