बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की बेटी ने गुरुवार को कहा कि वह इस बात से बहुत दुखी हैं कि वो अपने देश में भारी उथल-पुथल के बीच अपनी मां को पद से हटाए जाने के बाद न उन्हें देख सकीं और न ही गले लगा सकीं. एक्स पर एक पोस्ट करते हुए शेख हसीना की बेटी साइमा वाजेद ने लिखा, "अपने देश बांग्लादेश में लोगों की जान जाने से दिल टूट गया है, जिससे मैं प्यार करती हूं. मैं इस बात से बेहद दुखी हूं कि इस मुश्किल वक्त में मैं अपनी मां को न देख पाई और न ही गले लगा पाई. मैं आरडी के रूप में अपनी भूमिका के प्रति प्रतिबद्ध हूं."
WHO में रीजनल डायरेक्टर हैं शेख हसीना की बेटी
साइमा वाजेद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) में दक्षिण-पूर्व एशिया की रीजनल डायरेक्टर हैं. बता दें कि सोमवार को 76 वर्षीय शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए प्रतिबद्ध किया गया था. ऐसा देश में किए जा रहे एक प्रदर्शन के दौरान किया गया था, जिसमें 400 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक आर्मी द्वारा 45 मिनट का वक्त दिए जाने के बाद वह बांग्लादेश के ढाका से फ्लाइट के जरिए भारत आ गई थीं.
इस्तीफे के बाद भारत आ गई थीं शेख हसीना
इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना देश की राजधानी ढाका से मिलिट्री एयरक्राफ्ट में भारत आ गई थीं. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बारे में सरकार से बात कि शेख हसीना को जो भी चीजें हुईं उनसे उबरने का वक्त दिया गया है और फिर उन्हें अपने आगे का प्लान बताने के लिए कहा गया है. सूत्रों ने पहले बताया था कि वह शरण लेने के लिए लंदन जाना चाहती थीं, लेकिन उनके बेटे सजीब वाजेद ने अटकलों को खारिज कर दिया है.
ब्रिटेन में शरण लेना चाहती थीं शेख हसीना
ब्रिटेन द्वारा उनके शरण के अनुरोध को "खामोश" करने और अमेरिका द्वारा उनका वीजा रद्द करने संबंधी विभिन्न रिपोर्टों के बारे में पूछे जाने पर, वाजेद ने कहा, "उनके शरण के अनुरोध संबंधी रिपोर्टें गलत हैं. उन्होंने कहीं भी शरण के लिए अनुरोध नहीं किया है. इसलिए ब्रिटेन या अमेरिका द्वारा अभी तक जवाब न देने का प्रश्न सत्य नहीं है."
बेटे ने बांग्लादेश के भविष्य पर कही ये बात
जब सजीब से पूछा गया कि उन्हें बांग्लादेश का भविष्य कैसा दिख रहा है तो उन्होंने कहा कि बांग्लादेश पर सीरिया बन जाने का खतरा मंडरा रह है. उन्होंने कहा, "मैं पहले पाकिस्तान कहना चाहता था लेकिन अब देखकर लग रहा है कि बांग्लादेश जल्दी ही सीरिया बन रहा है."