शशि थरूर ने केंद्र सरकार पर चीनी आक्रामकता रोकने में विफल रहने का लगाया आरोप

थरूर ने कहा, ‘‘अचानक, इनमें से 26 बिंदुओं पर चीनी सेना आती है और स्थायी रूप से तैनात हो जाती है, जिसका मतलब है कि हमारी सेना, जो पहले गश्त करती थी, अब गश्त नहीं कर सकती है.’’

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तिरुवनंतपुरम: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर सीमा पर चीनी आक्रामकता को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया. इस मामले में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला करते हुए थरूर ने कहा कि जब तक यह कहकर लोगों को धोखा देना बंद नहीं किया जाता कि चीन ने कुछ नहीं किया है और कोई बदलाव नहीं हुआ है, तो देश को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है और चीन के हाथों अपना महत्वपूर्ण क्षेत्र खोने का खतरा है.

तिरुवनंतपुरम के सांसद ने कहा कि चीनी आक्रामकता का मुद्दा सिर्फ एक नक्शा नहीं है बल्कि एक बहुत बड़ी समस्या है. उन्होंने कहा कि पहले लगभग 65 बिंदु ऐसे थे जहां दोनों सेनाएं सीमा पर गश्त करती थीं और 45 वर्षों तक कोई घटना नहीं हुई थी. थरूर ने कहा, ‘‘अचानक, इनमें से 26 बिंदुओं पर चीनी सेना आती है और स्थायी रूप से तैनात हो जाती है, जिसका मतलब है कि हमारी सेना, जो पहले गश्त करती थी, अब गश्त नहीं कर सकती है.''

उन्होंने कहा कि लद्दाख में, जहां भारतीय चरवाहे अपनी भेड़ें चराया करते थे, अब वहां जाकर चरा नहीं सकते हैं. थरूर ने दावा किया, ‘‘हाल में इन चरवाहों से मिलने पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ये बात उन्हीं से सुनी. यहां तक कि भाजपा के एक स्थानीय पार्षद ने भी यही कहा.'' कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत सरकार चीनियों को ‘लाल आंखें' दिखाने की बात कर रही है, लेकिन लाल आंखें नहीं हैं, बल्कि पड़ोसी के लाल झंडे हैं.
 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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