पहलगाम हमले पर धर्म की चर्चा क्यों? शरद पवार के सवाल पर फडणवीस का करारा जवाब, गरमाई राजनीति

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर महाराष्ट्र की सियासत में नई बहस छिड़ गई है. इस हमले में महाराष्ट्र के सबसे अधिक 6 लोगों की मौत हुई थी. अब शरद पवार ने एक ऐसा बयान दिया है, जिससे राज्य की राजनीति गरमा गई है.

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शरद पवार और देवेंद्र फडणवीस.

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में गुस्से का माहौल है. लेकिन शुक्रवार को इस मामले में एनसीपी नेता शरद पवार ने कुछ ऐसा कह दिया, जिससे महाराष्ट्र की सियासत भी गरमा गई. दरअसल पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने पहलगाम हमले में 'धर्म पूछ कर मारा' इस तथ्य पर को लेकर सवाल उठाए.  शरद पवार ने कहा कि पहलगाम हमले पर धर्म की चर्चा क्यों हो रही है? उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू होने के कारण हत्या हुई, इसकी सच्चाई मुझे नहीं पता. पवार के इस बयान से महाराष्ट्र की सियासत में नया उबाल आ गया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पवार के इस बयान पर करारा जवाब दिया है. 

हिंदू थे, इसलिए मारे गए, मुझे इसकी सच्चाई नहीं पताः शरद पवार 

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर बोलते हुए शरद पवार ने कहा, "ऐसा कहा जाता है कि आतंकवादियों ने पर्यटकों को इसलिए गोली मारी क्योंकि वे हिंदू थे. लेकिन मुझे इसकी सच्चाई नहीं पता. लेकिन जो लोग वहां थे उनमें से महिलाओं को छोड़ दिया गया."

शरद पवार ने आगे कहा कि आतंकवादियों ने पहले भी हमले किए थे. तीन या चार घटनाएं ऐसी हुईं जहां धर्म पर चर्चा नहीं हुई. लेकिन आज धर्म पर चर्चा क्यों हो रही है? जो हुआ वह बुरा है. 

फडणवीस बोले- पवार पीड़ितों के परिजनों से जाकर जानें सच्चाई  

शरद पवार के इस बयान पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पलटवार करते हुए कहा कि मैंने नहीं सुना कि शरद पवार ने क्या कहा? लेकिन जिनके रिश्तेदार मारे गए, जो स्वयं उस स्थान पर थे, मैंने सुना कि उन्होंने क्या कहा? अगर पवार साहब की यही राय है तो उन्हें जाकर उनसे सुनना चाहिए.

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शरद पवार ने हमले को बताया खुफिया विफलता

शरद पवार ने आगे कहा कि यह एक खुफिया विफलता है. सरकार को इस हमले को अधिक गंभीरता से लेना चाहिए. सरकार लगातार कह रही थी कि हमने आतंकवाद को पराजित कर दिया है. लेकिन जो घटना घटी उसे देखने के बाद यह स्पष्ट है कि कहीं न कहीं कमी रह गई है.

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सरकार को इस कमी को दूर करना चाहिए. यदि सरकार मानती है कि कमी है तो उन्हें तत्काल कदम उठाने चाहिए. हम इस कार्य में अपने लोगों के साथ सहयोग करना जारी रखेंगे.

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