हिन्दुस्तान का दिल' कहे जाने वाले और भारत के बीचोंबीच बसे मध्य प्रदेश राज्य में कुल 29 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है शहडोल संसदीय सीट, यानी Shahdol Parliamentary Constituency, जो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1656474 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी हिमाद्री सिंह को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 747977 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में हिमाद्री सिंह को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 45.15 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 60.39 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर INC प्रत्याशी प्रमिला सिंह दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 344644 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 20.81 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 27.83 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 403333 रहा था.
इससे पहले, शहडोल लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1561016 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में BJP पार्टी के प्रत्याशी दलपत सिंह परास्ते ने कुल 525419 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 33.66 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 54.22 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे INC पार्टी के उम्मीदवार राजेश नंदिनी सिंह, जिन्हें 284118 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 18.2 प्रतिशत था और कुल वोटों का 29.32 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 241301 रहा था.
उससे भी पहले, मध्य प्रदेश राज्य की शहडोल संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1272377 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से INC उम्मीदवार राजेश नंदिनी सिंह ने 263434 वोट पाकर जीत हासिल की थी. राजेश नंदिनी सिंह को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 20.7 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 41.86 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर BJP पार्टी के उम्मीदवार नरेंद्र सिंह मरावी रहे थे, जिन्हें 250019 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 19.65 प्रतिशत था और कुल वोटों का 39.73 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 13415 रहा था.