कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण के खिलाफ रूसी वैक्सीन (Russian Vaccine) स्पूतनिक वी Sputnik V की दूसरी खेप आज (रविवार, 16 मई) तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में उतरी. इस मौके पर भारत में रूस के राजदूत, निकोले कुदाशेव (Nikolay Kudashev) ने COVID-19 के खिलाफ रूसी-भारतीय लड़ाई को विशेषाधिकार प्राप्त एक विशेष रणनीतिक साझेदारी और अंतरराष्ट्रीय महामारी विरोधी सहयोग के एक प्रभावी मॉडल के उदाहरण के रूप में करार दिया.
समाचार एजेंसी ANI से रूसी दूत ने बताया, "हम यह देखकर बहुत खुश हैं कि कोविड -19 के खिलाफ रूसी-भारतीय संयुक्त लड़ाई, जो आजकल हमारे द्विपक्षीय सहयोग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है, मजबूती से आगे बढ़ रही है."
स्पुतनिक V दुनिया के सबसे बड़े COVID-19 टीकाकरण अभियान में योगदान देने वाला भारत में इस्तेमाल होने वाला पहला विदेशी निर्मित टीका बन गया है. 1 मई, 2021 को भारत में Sputnik V वैक्सीन के पहले बैच का आगमन हुआ था. उसके बाद हैदराबाद में शुक्रवार से Sputnik V टीकाकरण शुरू हुआ है.
दिल्ली सरकार स्पूतनिक वी वैक्सीन खरीदेगी, डॉ. रेड्डीज से साधा संपर्क : अरविंद केजरीवाल
रूसी राजदूत कुदाशेव ने कहा कि रूसी पक्ष द्वारा पिछले महीने दी गई जीवन रक्षक मानवीय सहायता का उपयोग भारतीयों को बीमारी के परिणामों से उबरने में मदद करने के लिए सफलतापूर्वक किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "यह वास्तव में विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी का एक शानदार उदाहरण है और अंतरराष्ट्रीय महामारी विरोधी सहयोग का एक प्रभावी मॉडल है जो किसी भी अनावश्यक बाधाओं को नहीं जानता है."
कुदाशेव ने भारतीय टीकाकरण अभियान में रूसी वैक्सीन के हालिया लॉन्च के बाद स्पुतनिक वैक्सीन के दूसरे बैच की डिलीवरी को "बहुत समय पर" बताया है.