पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान के पूर्व कमांडो हाशिम मूसा की तलाश तेज - सूत्र

सुरक्षा ऐजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि हाशिम मूसा दक्षिण कश्मीर के जंगलों में कहीं छिपा हुआ है और उसे पकड़ने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया गया है. सुरक्षा एजेंसियों को डर है कि आतंकवादी पाकिस्तान भागने की कोशिश करेगा.

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पहलगाम आतंकी हमले के पीछे शामिल आतंकियों की तलाश को लेकर भारतीय सेना लगातार अपना ऑपरेशन चला रही है. सूत्रों के अनुसार इस आतंकी हमले में भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों को हासिम मूसा नाम के आतंकी की भी तलाश है. बताया जाता है कि हाशिम मूसा पहले पाकिस्तानी सेना में बतौर कमांडो तैनात था. सुरक्षा ऐजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि हाशिम मूसा दक्षिण कश्मीर के जंगलों में कहीं छिपा हुआ है और उसे पकड़ने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया गया है.

सुरक्षा एजेंसियों को डर है कि आतंकवादी पाकिस्तान भागने की कोशिश करेगा. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हाशिम मूसा के बारे में कोई भी सूचना देने पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है और आश्वासन दिया है कि सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी. सूत्रों के अनुसार पता चला है कि हाशिम मूसा पाकिस्तान के स्पेशल सर्विस ग्रुप में पैरा-कमांडो के तौर पर काम कर चुका है. बाद में वह लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया और तब से कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है. पता चला है कि वह 2023 में भारत में घुसने वाला है.

हाशिम मूसा की तलाश तेज

अगर हाशिम मूसा जिंदा पकड़ा गया तो वह पाकिस्तान के खिलाफ सीधा सबूत होगा. वह सिर्फ एक कट्टर आतंकी ही नहीं बल्कि पाकिस्तानी सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप में पैरा कमांडों भी है. बाद में उसने लश्कर-ए-तैयबा जॉइन कर लिया. लश्कर के आकाओं ने उसे गैर कश्मीरीलोगों और सुरक्षा बलों पर हमले करने के लिए एक खास मिशन पर कश्मीर भेजा है. हाशिम मूसा अक्टूबर 2024 में कश्मीर के गांदरबल के गागनगीर में हुए हमले में भी शामिल था. इस हमले में छह गैर-स्थानीय लोग और एक डॉक्टर मारे गए थे.

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6 आतंकी हमलों से कश्मीर को दहलाया

आतंकी मूसा का हाथ बारामूला के बुटा पथरी में हुए हमले में भी था. इसमें सेना के जवान और दो सेना के पोर्टर शहीद हो गए थे. वह कश्मीर में करीब 6 आतंकी हमलों में शामिल रह चुका है. पहलगाम आतंकी हमले में भी पाकिस्तानी आतंकवादियों  हाशिम मूसा और अली भाई और कई स्थानीय आतंकियों आदिल थोकर और आसिफ शेख की भूमिका का खुलासा हुआ है. 

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आपको बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को बहुत खराब कर दिया है. नई दिल्ली ने सिंधु जल संधि और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को निलंबित कर दिया है. इस्लामाबाद ने जवाब में धमकी दी है कि वह नियंत्रण रेखा को वैध बनाने वाले शिमला समझौते सहित सभी द्विपक्षीय समझौतों को निलंबित कर सकता है.

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