बंगाल में संदेशखाली पर बवाल, राज्यपाल और महिला आयोग का दौरा; जानें कौन है आरोपी शाहजहां शेख?

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में अशांत क्षेत्रों का दौरा किया और उत्पीड़न का दावा करने वाली महिलाओं को न्याय दिलाने का संकल्प जताया.

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नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक संदेशखाली की घटना को लेकर राजनीति गर्म है. भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर जोरदार हमला बोला है. शाहजहां शेख (Shahjahan Sheikh) की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई दलों की तरफ से आवाज उठाए गए हैं. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ममता बनर्जी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि TMC के गुंडे लड़कियां उठा रहे हैं. स्मृति ईरानी ने ममता बनर्जी से सवाल पूछा कि ममता बनर्जी टीएमसी कार्यकर्ताओं को यह इजाजत कैसे दे रही है कि वो घर-घर जाकर गुंडागर्दी कर रहे हैं.

स्मृति ईरानी ने क्या कहा? 
स्मृति ईरानी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कुछ महिलाओं ने अपनी व्यथा को बांग्ला में शेयर किया है. देश के कई लोग उन बातों को नहीं समझ पाए होंगे. इसलिए उनकी बात को मैं आपलोगों को बता रही हूं. महिलाओं ने पत्रकारों से गुहार लगाई की उन्हें न्याय मिले. महिलाओं ने आरोप लगाया कि टीएमसी के गुंडे घर-घर जाकर देखते थे कि किस घर की कौन सी औरत सुंदर है. कौन कम उम्र की है. महिलाओं ने आरोप लगाया है कि टीएमसी के लोग उन्हें रात में उठा कर लेकर चले जाते थे.  जब तक टीएमसी वाले नहीं चाहते थे तब तक इन औरतों को नहीं छोड़ा जाता था.

बीजेपी नेता ने कहा कि महिलाओं ने बताया है कि टीएमसी के गुंडे अधिकतर हिंदू परिवार की महिलाओं को चिन्हिंत कर के जाते थे. 

कौन है शाहजहां शेख?
शेख शाहजहां टीएमसी के नेता हैं. पिछले महीने जब प्रवर्तन निदेशालय की टीम उनके आवास पर छापेमारी के लिए पहुंची थी तो उनके समर्थकों ने अधिकारियों पर हमला कर दिया था. इस घटना का कथित मास्टरमाइंड तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख को माना जाता है.  ईडी के अधिकारी राशन वितरण घोटाले की जांच के मामले में शेख के घर पहुंचे थे.  इस घटना के लगभग एक महीने बाद दर्जनों महिलाओं ने मीडिया के सामने आकर शाहजहां शेख के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद से एक बार फिर यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है.  

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राज्यपाल ने पीड़ितों से की मुलाकात, विधानसभा में हंगामा
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में अशांत क्षेत्रों का दौरा किया और उत्पीड़न का दावा करने वाली महिलाओं को न्याय दिलाने का संकल्प जताया. वहीं विधानसभा में संदेशखाली का मुद्दा उठाने पर भारतीय जनता पार्टी के छह विधायकों को आज निलंबित कर दिया गया. संदेशखाली में लगातार पांचवें दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा. यहां बड़ी संख्या में महिलाएं तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उनके कथित “गिरोह” की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रही हैं. आरोपों में जमीन पर जबरदस्ती कब्जा करना और महिलाओं का यौन उत्पीड़न करना शामिल है.

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विरोध प्रदर्शन के बाद एक्टिव हुई टीएमसी
बढ़ते जनाक्रोश के जवाब में तृणमूल कांग्रेस ने घोषणा की कि वरिष्ठ नेता पार्थ भौमिक के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार दोपहर को स्थिति का आकलन करने के लिए संदेशखाली का दौरा करेगा. पिछले महीने शेख शाहजहां के घर छापा मारने गए ईडी के दल पर हमले के बाद से संदेशखाली इलाका चर्चा में है. स्थानीय तृणमूल नेताओं के निलंबन के बावजूद स्थानीय नेताओं के अत्याचारों को लेकर निवासियों में असंतोष बना हुआ है. 

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