राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) एक बार फिर से अपनी ही सरकार के खिलाफ खुलकर उतर आए हैं. पायलट पेपर लीक मुद्दे और भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के खिलाफ पांच दिन की जनसंघर्ष यात्रा (Jan Sangharsh Yatra) पर हैं. उनकी जनसंघर्ष यात्रा अजमेर से जयपुर चल पड़ी है. 25 किलोमीटर चलने के बाद उनकी यात्रा तोलामल गांव बस स्टैंड पर खत्म हुई. इस दौरान NDTV से खास बातचीत में सचिन पायलट ने कांग्रेस में अलग-थलग किए जाने के सवाल का जवाब दिया. उन्होंने साफ किया कि जन संघर्ष यात्रा किसी के खिलाफ में नहीं है. उन्होंने कहा, "यह संघर्ष यात्रा बीजेपी के शासन में जो भ्रष्टाचार हुआ, उसके खिलाफ है."
NDTV से खास बातचीत में सचिन पायलट ने कहा, "नौजवानों के साथ कहीं ना कहीं नाइंसाफी हो रही है. लाखों बच्चे परीक्षा देते हैं, पैसे देकर कोचिंग करते हैं. फिर पेपर लीक होता है, तो परीक्षाएं रद्द कर दी जाती हैं. ऐसा बार-बार क्यों होता है. इसकी पारदर्शी तरीके से जांच करनी होगी." उन्होंने कहा, "अजमेर राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन का सेंटर है. यह शिक्षा की राजधानी है. वहां से जनता के साथ चले हैं. करप्शन के खिलाफ चल रहे हैं, जनका की आवाज उठाने की कोशिश कर रहे हैं."
करप्शन के खिलाफ रही है कांग्रेस
सचिन पायलट ने कहा- "हमारी पार्टी हमेशा से ही करप्शन के खिलाफ रही है. हमारी पार्टी ने युवाओं को महत्व दिया है. उनका भविष्य अंधकार में जाते हुए देख रहे हैं, तो मुझे निराशा होती है. उन्हें संभालने का, उन्हें सुनने का, उनमें उम्मीद जगाने का काम हम सबका है."
कर्नाटक का चुनाव जीत रही कांग्रेस
पायलट ने कर्नाटक में कांग्रेस की बड़ी जीत का भी दावा किया. उन्होंने कहा, "कर्नाटक का चुनाव हम जीतने जा रहे हैं. बीजेपी के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि यह 40 फीसदी कमिशन सरकार है. यह राजस्थान में हुआ. वसुंधरा राजे जब मुख्यमंत्री थीं. उस दौरान भू माफिया, बजरी माफिया, शराब माफिया थे. अब उन आरोपों की चार साढ़े चार साल से जांच नहीं हो रही. उन आरोपों को मैंने पहले उठाया."
अनशन के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई
सचिन पायलट ने कहा, "मैं भ्रष्टाचार के मामले में एक-डेढ़ साल से खत लिख रहा हूं. ऐसा नहीं है कि मैं आज सोकर उठा हूं. एक महीने पहले मैंने इस मामले में अनशन किया, लेकिन इसको लेकर कोई कार्रवाई हुई नहीं. मैं तो चाहता हूं कि जनता की आवाज को हम लोग सुने. चुनाव को छह महीने रह गए. जनता में जाएंगे तो पूछा जाएगा कि आपने पांच साल तक उसका क्या किया. इसलिए मैं चाहता हूं कि इस पर एक पारदर्शी कार्रवाई हो."
बीजेपी विपक्ष की भूमिका निभाने में फेल
पायलट ने कहा, "बीजेपी पिछले साढे चार साल में राजस्थान में विपक्ष की भूमिका निभाने में बिल्कुल फेल हुए है. एक जिम्मेदार विपक्ष का काम अहम होता है. लेकिन वह बिल्कुल भी विपक्ष की भूमिका नहीं निभा पाईं. प्रधानमंत्री राजस्थान में आए और अलग-अलग बातें कर रहे हैं. वो तो प्रचार करने कर्नाटक भी गए थे. वहां भी बीजेपी हार रही है. बीजेपी अंदरखाने में मतभेद है. कांग्रेस अलग-अलग राज्यों में जीतेगी, तभी जाकर 2024 में एनडीए को चुनौती दे पाएगी."
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