पैगंबर मोहम्मद विवाद के बीच दिल्ली में ईरान के विदेश मंत्री से मिले एस. जयशंकर

विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘ अफगानिस्तान, यूक्रेन, संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) सहित क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान किया. ’’

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
ईरान के विदेश मंत्री से मिले एस. जयशंकर
नई दिल्ली::

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ईरान के अपने समकक्ष हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन के साथ बुधवार को अफगानिस्तान, यूक्रेन और अन्य क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. इसके साथ ही उन्होंने करोबार, स्वास्थ्य, लोगों के बीच सम्पर्क सहित द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की. ईरान के विदेश मंत्री की भारत यात्रा ऐसे समय हुई है, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो पूर्व पदाधिकारियों की पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी को लेकर पश्चिम एशियाई देशों द्वारा आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है. बैठक के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ ईरान के विदेश मंत्री आमिर अब्दुल्लाहियन के साथ विविध विषयों पर व्यापक चर्चा हुई. हमने करोबार, सम्पर्क, स्वास्थ्य, लोगों के बीच सम्पर्क सहित द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की.''

वैश्विक मुद्दों पर विचारों का किया आदान प्रदान

विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘ अफगानिस्तान, यूक्रेन, संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) सहित क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान किया. '' दोनों पक्षों के बीच सिविल एवं वाणिज्यिक मामलों में साझा कानूनी सहायता के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. इससे पहले, जयशंकर ने मुलाकात की तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘‘नई दिल्ली में ईरान के विदेश मंत्री आमिर अब्दुल्लाहियन का स्वागत. आज हमारी चर्चा में हमारे करीबी एवं मित्रतापूर्ण संबंध प्रदर्शित होंगे.''

बता दें कि ईरान के विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करने के उद्देश्य से भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं. इस यात्रा का मकसद द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के साथ अफगानिस्तान सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करना है.

Advertisement

मुंबई और हैदराबाद की भी यात्रा करेंगे

भाजपा के दो पूर्व पदाधिकारियों की पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी के मामले में अरब देशों की तीखी प्रतिक्रिया के बाद, इस्लामिक सहयोग संगठन के किसी सदस्य देश के वरिष्ठ मंत्री की यह पहली भारत यात्रा है. विदेश मंत्रालय के अनुसार, अब्दुल्लाहियन नई दिल्ली में बैठकों के बाद मुंबई और हैदराबाद की भी यात्रा करेंगे. मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ईरान के विदेश मंत्री की भारत यात्रा से दोनों देशों के बीच गहरे ऐतिहासिक संबंधों और गठजोड़ को और मजबूत बनाया जा सकेगा.

Advertisement

अब्दुल्लाहियन की भारत यात्रा ऐसे समय हुई है, जब पैगम्बर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा के दो पूर्व नेताओं के विवादित बयान को लेकर कुवैत, कतर के साथ ईरान ने भारतीय राजदूत को तलब कर विरोध दर्ज कराया था. भारत ने इस मुद्दे पर इस्लामिक देशों के संगठन (ओआईसी) की टिप्पणियों को सिरे से खारिज कर दिया था. खाड़ी क्षेत्र में ईरान, भारत के लिए एक महत्वपूर्ण देश है. दोनों पक्षों ने दक्षिण पूर्व एशिया और पश्चिम एशिया में सम्पर्क बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है.

Advertisement

लगातार ईरान के सम्पर्क में भारत

पिछले वर्ष ताशकंद में सम्पर्क सम्मेलन में विदेश मंत्री जयशंकर ने चाबहार बंदरगाह को अफगानिस्तान सहित क्षेत्रीय पारगमन के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में पेश किया था. वहीं, पिछले वर्ष अगस्त में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद भारत लगातार ईरान के सम्पर्क में रहा है. 

Advertisement

यह भी पढ़ें -

उत्तर प्रदेश: भगवान शिव के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने पर सपा MLC के खिलाफ केस दर्ज

"जिहादी, आतंकवादी": यूपी के गांव में फकीरों को धमकाते दिखे कुछ लोग, एक आरोपी गिरफ्तार

Video:  रूस-यूक्रेन युद्ध: रूसी आर्टिलरी के हमले के बाद तबाही का मंजर

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
US Elections 2024: अमेरिकी जनता के लिए कौन से मुद्दे हैं अहम? | Kamala Harris | Donald Trump
Topics mentioned in this article