भारत में मिले रूसी और अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और सुनीता विलियम्‍स को भेज दी सेल्‍फी, जानिए क्‍या आया जवाब

ओलेग आर्टेमियेव ने एनडीटीवी को बताया कि सुनीता विलियम्‍स उनकी अब तक की सबसे खुश सहकर्मियों में से एक है. साथ ही कहा कि एक अंतरिक्ष यात्री का जीवन काफी जटिल होता है.

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आर्टेमियेव ने कहा कि अंतरिक्ष यात्री के रूप में आपको एक बेहद मोटिवेटेड शख्‍स बनना होता है.
नई दिल्‍ली :

भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) ने पिछले साल 5 जून को अंतरराष्‍ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए बोइंग स्टारलाइनर से उड़ान भरी थी और उसके बाद से ही स्‍पेसक्राफ्ट में तकनीकी समस्याओं के कारण फंसी हुई हैं. अब तीन आईएसएस अभियानों में शामिल रहे अंतरिक्ष यात्री ओलेग आर्टेमियेव ने भारत में अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो से मुलाकात की. दोनों ने एक सेल्फी ली और उसे सुनीता विलियम्स को भेज दिया. 

ओलेग आर्टेमियेव ने एनडीटीवी को बताया, "वह (सुनीता) मेरी अब तक की सबसे खुश सहकर्मियों में से एक है.  अब उसे ऑर्बिट में करीब 8 महीने हो गए हैं. कल मैं अमेरिका के अपने एक सहयोगी माइक मैसिमिनो से मिला और हमने एक सेल्फी ली और हमने उसे सुनीता विलियम्स को भेज दिया."

सुनीता विलियम्‍स ने दिया जवाब

अंतरिक्ष यात्री आर्टेमियेव ने कहा, "उसने जवाब दिया कि वह बहुत खुश है." उन्होंने बताया कि दोनों ने उनसे कहा कि वे मार्च में उससे मिलने के लिए उत्सुक हैं. 

सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर जून से आईएसएस में हैं. स्टारलाइनर को उसके चालक दल के बिना पृथ्वी पर वापस लाने का निर्णय लिया गया था और यह अंतरिक्ष यान 6 सितंबर को सफलतापूर्वक वापस आ गया. नासा ने अगस्‍त में कहा था कि विल्मोर और विलियम्स को पृथ्वी पर वापस लाना बहुत जोखिम भरा था. 

सीएनएन के साथ एक ख़ास इंटरव्‍यू में सुनीता विलियम्स ने पुष्टि की है कि क्रू -10 मिशन 12 मार्च को धरती से लॉन्च होगा और एक सप्ताह बाद 19 मार्च को उन्हें घर लाएगा. 

अंतरिक्ष यात्री आर्टेमियेव ने कहा, "एक अंतरिक्ष यात्री का जीवन काफी जटिल होता है. आपको ट्रेनिंग और प्रेक्टिस में बहुत समय बिताना पड़ता है. आपको एक बेहद मोटिवेटेड शख्‍स बनना होता है और एक ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जो इस पेशे में कुछ नया तलाश रहा है."

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पीएम मोदी से भी की मुलाकात

आर्टेमियेव ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें रूसी और भारतीय झंडे सौंपे, जो दोनों देशों के बीच महान संबंधों को रेखांकित करता है. 

अंतरिक्ष यात्री ने कहा, "पीएम मोदी से कहा कि हमारे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उस दोस्त से मिलना बहुत खुशी की बात है और जैसा कि हम रूस में कहते हैं, मेरे दोस्त का दोस्त मेरा दोस्त होता है."

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यह पूछे जाने पर कि क्या उनके पास भारतीय युवाओं के लिए कोई संदेश है, उन्होंने कहा, "खूब पढ़ो, खूब सपने देखो और खूब अध्‍ययन करो...सीखो, सीखो, सीखो."

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