बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी (BJP MP Rajiv Pratap Rudy)के दफ्तर में धूल फांक रहीं एंबुलेंस का मामला गरमा गया है. पूर्व सांसद पप्पू यादव ने जब इसको लेकर सवाल उठाया तो रूडी बुरी तरह बिफरे और उन्हें ड्राइवल लाकर सारी एंबुलेंस चलवाने की चुनौती दे डाली. पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने भी कहा कि चुनौती कबूल है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, सम्मान के साथ चुनौती स्वीकार है. आपको ड्राइवर नहीं मिल रहा है तो सारण, 'पटना जहां चलाना चाहते हैं, सभी एंबुलेंस (Saran Ambulances) उपलब्ध कराएं. मैं 70 ड्राइवर देता हूं और कोरोना मरीज को मुफ्त सेवा दी जाएगी.घटिया राजनीति नहीं करता सेवा और जिंदगी बचाने को लड़ रहा हूं.' बिहार में कोरोनावायरस के रोज 13 से 15 हजार मामले मिल रहे हैं.
कोरोना से जंग : CM नीतीश कुमार ने किया ऐलान- बिहार में 15 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन
इससे पहले, सांसद रुडी ने कहा कि पप्पू यादव कोरोना काल में ड्राइवर दीजिए और सभी एंबुलेंस सारण में आप चलवाइए. निःशुल्क सभी गाड़ी देने के लिए तैयार हूं. सांसद ने कहा कि कोरोना के कारण चालकों के चले जाने के कारण पंचायतों द्वारा लौटाई गईं सुरक्षित एंबुलेंस को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया गया. रूडी ने आरोप लगाया कि जबरदस्ती गैरकानूनी रूप से पप्पू यादव अपने काफिले के साथ अमनौर के सामुदायिक केंद्र परिसर में प्रवेश पहुंचे. वहां के चौकीदार और अन्य कर्मियों से भिड़ते हुए कोविड के कारण चालकों की कमी से पंचायतों द्वारा लौटाए गये एंबुलेंस की फोटो खिंचवाने लगे और वाहनों को नुकसान पहुंचाया.
स्थानीय कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया तो यह सवाल पूछने लगे कि क्या आपने इस तरह से एक भी एंबुलेंस चलवाया है, तब वे वहां से छोड़कर भागे. सांसद राजीव प्रताप रुडी ने बताया कि कोविड मरीजों की सेवा में लगे एंबुलेंस सेवा को पप्पू यादव का अपने समर्थकों के साथ रोड़े डालना और कार्यकर्ताओं से भिड़ना निंदनीय अपराध है. पप्पू यादव को यह पता नहीं नहीं है कि सारण जिला में कितने एंबुलेंस का कितने ग्राम पंचायतों में परिचालन हो रहा है. उनको पहले यह पता कर लेना चाहिए था कि सारण जिला में सांसद निधि के कितने एंबुलेंस चलाए जा रहे है. जिले में लगभग 80 एंबुलेंस हैं, जिसमें से वर्तमान में 50 परिचालन में हैं.
रूडी ने कहा, कई स्थानों पर पंचायतों की एंबुलेंस को कोविड के कारण चालकों ने छोड़ दिया था. इसके कारण उसका परिचालन नहीं हो पा रहा था. इसके बावजूद पर्याप्त संख्या में कंट्रोल रूम से बावजूद सारण जिला में चलवाई जा रही थीं. एम्बुलेंस परिचालन में सारण बिहार ही नहीं देश का पहला ऐसा जिला है, जहां इतनी संख्या में सांसद निधि के एम्बुलेंस पिछले पांच वर्षों में संचालित किये जा रहे हैं.
सांसद रुडी ने एंबुलेंस के चालक न होने को लेकर जिलाधिकारी सारण को पत्र भी लिखा था. एंबुलेंस की उपलब्धता के बावजूद चालकों के अभाव के कारण इसका परिचालन नहीं हो पा रहा है. इसलिए जिले में जितने भी ऐसे चालक है जो वाहन की कमी के कारण चल नहीं पा रहे है उनकी सूची बनाकर चालक की प्रतिनियुक्त की जाए. कोविड के कारण चालक विहीन इन सभी वाहनों का संचालन किया जाए.
12 राज्यों में कोरोना के एक लाख से अधिक एक्टिव केस: स्वास्थ्य मंत्रालय