बिहार में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष और पूर्व अध्यक्ष आमने-सामने दिख रहे हैं. JDU के पूर्व नेता आरसीपी सिंह ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. आरसीपी सिंह के आरोपों के बीच JDU के वर्तमान अध्यक्ष ललन सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अब केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने का सवाल ही नहीं है. ललन सिंह का यह बयान एक तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति पार्टी की नाराज़गी भी दिखाती है. इस दावे को और भी दम इसलिए मिलता दिख रहा है क्योंकि नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए नीति आयोग की बैठक में ना शामिल होने की बात कही थी लेकिन वो इसी दिन पटना में दो अलग-अलग जगह कार्यक्रम में शामिल हुए. लेकिन इन सब के बीच सवाल ये है कि क्या नीतीश कुमार इन बयानो के माध्यम से राजनीतिक पैंतरेबाज़ी कर रहे हैं या फिर कोई नया राजनीतिक विकल्प तलाशने की फिराक में हैं.
'नीतीश कुमार के खिलाफ अब कोई षडयंत्र नहीं चलने वाला', JDU अध्यक्ष ललन सिंह का RCP सिंह पर पलटवार
बता दें कि ललन सिंह ने बीजेपी का नाम लिए बगैर कहा कि नीतीश कुमार जी के विधायकों की संख्या जो 43 हुई है वो जनाधार के कम होने की वजह से नहीं है. वो अगर हुई है तो सिर्फ और सिर्फ साजिश की वजह से. इस साजिश का परिणाम है कि आज नीतीश जी 43 पर हैं. और उस साजिश के प्रति अब नीतीश की पार्टी पूरी तरह से सतर्क है. अब कोई साजिश या षडयंत्र अब यहां चलने वाला नहीं है.
फिर PM मोदी संग मीटिंग में शामिल नहीं होंगे नीतीश कुमार, इस बार नीति आयोग की बैठक से बनाई दूरी
एक मॉडल इस्तेमाल किया था 2020 के चुनाव में. उसे चिराग मॉडल कहा गया था. एक दूसरा भी चिराग मॉडल तैयार किया जा रहा था. कभी आगे मौका मिला तो आगे बताएं कि षडयंत्र कहां और कैसे कैसे हुआ. कोई आदमी नीतीश जी के खिलाफ षड़यंत्र क्यों कर रहा है,ये समझ से परै है. नीतीश कुमार ने बिहार में विकास की एक नई लकीर खींची है. अगर आपको उसे मिटाना है तो उससे बड़ी लकीर खीचों, लेकिन षडयंत्र क्यों करते हो. उन्होंने आगे कहा कि जेडीयू केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल नहीं होगा. नीतीश कुमार जी ने 2019 में कहा था कि हम केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल नहीं होंगे, हमारी पार्टी आज भी उसी स्टैंड पर खड़ी है.