राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) को रविवार को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर कथित तौर पर गाली और धमकी दी. व्यक्ति गाय के संबंध में विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) के विचार को लेकर तिवारी की टिप्पणी से नाराज था. राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तिवारी ने सावरकर के प्रति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) परिवार की श्रद्धा में निहित अंतर्विरोध को रेखांकित किया था, जिनके विचार गाय के बारे में हिंदुओं की भावनाओं के खिलाफ थे. दो मिनट से भी कम समय के वीडियो फुटेज में तिवारी ने गाय को लेकर सावरकर के अलग विचार पर टिप्पणी की थी.
अज्ञात व्यक्ति के कॉल के बाद तिवारी ने मीडिया के साथ उस प्रतिक्रिया को साझा किया, जो उन्होंने वाट्सएप पर व्यक्ति को एक संदेश के माध्यम से भेजी थी. तिवारी ने कहा कि व्यक्ति के बातचीत के लहजे से ऐसा लग रहा था कि वह दिल्ली, हरियाणा या पश्चिमी उत्तर प्रदेश से था. तिवारी ने कहा, ‘‘मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है. यह अलग बात है, लेकिन मेरा अनुभव समाज को सांप्रदायिक रंग देने के खतरों की याद दिलाता है.''
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पूर्व राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘मैंने फोन करने वाले को अपने संदेश में कहा कि मेरी उम्र 78 साल है और उनके अपशब्दों का उद्देश्य मेरी मां पर था, जिनका वर्षों पहले निधन हो गया था. मैंने फोन करने वाले को उसकी हरकत पर विचार करने और कुछ ‘प्रायश्चित' करने की सलाह दी.''
तिवारी ने यह भी कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा सावरकर के बारे में व्यक्त किए गए कुछ विचारों को लेकर मीडिया संस्थान द्वारा टिप्पणी मांगने के बाद उन्होंने यह बात कही थी.
तिवारी ने हरिद्वार में एक ‘‘धर्म संसद'' में धार्मिक नेताओं द्वारा कथित नफरत भरे भाषणों की भी निंदा की और आश्चर्य जताया कि क्या नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इस पर ध्यान देने और कार्रवाई करने के लिए तैयार है. इस बीच, एक बयान में प्रदेश राजद के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बिहार पुलिस से तिवारी को प्राप्त कॉल का ‘‘स्वतः संज्ञान'' लेते हुए मामले में कार्रवाई करने का आग्रह किया.
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