झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Elections 2024) की तारीखों के ऐलान के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. इंडिया गठबंधन में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवार हो गया है और दोनों ने 70 सीटों पर लड़ने का ऐलान भी कर दिया है. वहीं 11 सीटें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और अन्य सहयोगी दलों के लिए छोड़ी गई हैं. हालांकि सीटों के इस बंटवारे ने राजद को नाराज कर दिया है. राज्यसभा सांसद और राजद नेता मनोज झा (Manoj Jha) ने कहा कि दुख के साथ कहना पड़ता है कि एकतरफा फैसला किया गया है. साथ ही कहा कि सभी विकल्प खुले हुए हैं.
मनोज झा ने कहा, "RJD का पूरा नेतृत्व यहां हैं. हम अपने नेता तेजस्वी यादव के आग्रह पर यहां आए. आज सुबह हमारी मीटिंग थी. उस मीटिंग में यह पाया गया कि वोट की, जनाधार की ताकत राजद के पक्ष में है. पिछली बार हम 7 सीटों पर लड़े थे क्योंकि लालू यादव का हृदय विशाल था. हमारा लक्ष्य था कि भाजपा को हटाओ, आज भी लक्ष्य वही है. हम पांच सीटों पर रनरअप रहे. शायद हमारे गठबंधन के सहयोगी उतनी सीटों पर परसेंटेज के मामले में रनरअप नहीं रहे."
उन्होंने कहा, "दुख के साथ कहना पड़ता है कि एक तरफा फैसला लिया गया कि आपको इतनी सीटों का ऑफर दिया जा रहा है. यह न राजद की ऐतिहासिक ताकत के अनुरूप है और न ही समकालीन परिस्थितियों के अनुरूप है. अलग अलग-अलग जिलों में हमारी मौजूदगी बहुत ताकतवर है. हम अपने गठबंधन के सहयोगियों को इस बात का आग्रह करेंगे कि उसके अनुसार फैसला लीजिए."
गठबंधन की बुनावट की प्रक्रिया में शामिल नहीं किया : झा
उन्होंने कहा, "कल से हमारे नेता तेजस्वी यादव यहां(रांची) हैं, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव यहां हैं. सब लोगों के होने के बावजूद अगर गठबंधन की बुनावट की प्रक्रिया में आपने हमें संलग्न नहीं किया तो इस बात का दुख तो होता है. इस बात का कष्ट होता है और कष्ट इस बात का भी होता है कि हमारी ताकत शायद बहुत ज्यादा है. आज हमने जो मीटिंग की है, उसमें हमने अलग-अलग जिलों की 15 से 18 ऐसी सीटें चिह्नित की हैं, जहां हम शायद अकेले भी भाजपा को परास्त करने में सक्षम हैं."
उन्होंने कहा, "तमाम विकल्प खुले हैं, क्योंकि कोई भी राजनीतिक दल अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं की मनोभावना को दरकिनार करके आगे चले, यह उचित नहीं लगता."
राष्ट्रीय अध्यक्ष लेंगे अंतिम निर्णय : तेजस्वी यादव
इस मामले में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव अंतिम निर्णय लेंगे. तेजस्वी यादव ने झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "झारखंड विधानसभा चुनाव में गठबंधन और चुनाव की तैयारियों के संदर्भ में झारखंड राजद के नेताओं व कार्यकर्ताओं की भावनाओं से अवगत हुआ. झारखंड में राजद की मजबूत स्थिति और सामाजिक आधार के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतिम निर्णय लेंगे."
11 सीटें आरजेडी, सीपीआई-एमएल को दी
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची स्थित अपने सरकारी आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में गठबंधन की घोषणा की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. शेष सीटों पर अन्य सहयोगी दलों के प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने बताया कि इस बार आरजेडी के अलावा सीपीआई-एमएल को भी गठबंधन में शामिल किया गया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसका खुलासा अभी मुख्यमंत्री ने नहीं किया है.
झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में मतदान होना है. यहां पर 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना होगी. चुनाव आयोग के अनुसार झारखंड में 2.60 करोड़ मतदाताओं में 1.31 करोड़ पुरुष और 1.29 करोड़ महिलाएं हैं.