राज्यसभा से रिटायर हुआ हूं, राजनीति से नहीं, जम्मू-कश्मीर राज्य के लिए लड़ाई जारी रखूंगा : गुलाम नबी आजाद

पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, राज बब्बर और आनंद शर्मा भी आजाद के साथ थे.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (फाइल फोटो)
जम्मू:

कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) का पूर्ण राज्य का दर्जा (Full state status) तथा नौकरी एवं संपत्ति पर स्थानीय निवासियों के विशेष अधिकार को बहाल कराने की लड़ाई जारी रखने का संकल्प व्यक्त करते हुए शनिवार को कहा कि वह राज्यसभा से सिर्फ ‘‘रिटायर'' हैं, राजनीति से नहीं. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने चीन और पाकिस्तान से उत्पन्न खतरों से लड़ने के लिए केन्द्र शासित प्रदेश में एकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा, ‘‘दुश्मनों के खिलाफ हमें अपनी सेना के साथ खड़े रहने की जरूरत है.'' गुलाम नबी आजाद का 15 फरवरी को संसद के उच्च सदन में कार्यकाल पूरा हुआ था.

राज्यसभा से विदा लेते हुए गुलाम नबी आज़ाद हुए भावुक, बोले- 'फख़्र होता है कि हम हिंदुस्तानी मुसलमान हैं'

गांधी ग्लोबल परिवार द्वारा यहां आयोजित शांति सम्मेलन में आजाद ने कहा, ‘‘मैं राज्यसभा से रिटायर हुआ हूं, राजनीति से नहीं. यह पहली बार नहीं है जब मैं ससंद से सेवानिवृत्त हुआ हूं. अपने अंतिम सांस तक मैं देश की सेवा करता रहूंगा और लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ूंगा.'' पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, राज बब्बर और आनंद शर्मा भी आजाद के साथ थे. केन्द्र सरकार द्वारा पांच अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त किए जाने और उसे दो केन्द्र शासित प्रदेशों लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में बांटने के फैसले के परोक्ष संदर्भ में आजाद ने कहा, ‘‘हमने अपनी पहचान गंवा दी है लेकिन हम हार नहीं मानेंगे और पूर्ण राज्य का दर्जा फिर से प्राप्त करने के लिए संसद के भीतर और बाहर लड़ाई जारी रखेंगे.''

Advertisement

Video: सिब्बल ने पूछा सवाल, गुलाम नबी आजाद के अनुभव का लाभ क्यों नहीं उठाती कांग्रेस

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Child Marriage Free India: बाल विवाह को को लेकर बातचीत और बहस जरूरी: Gul Panag
Topics mentioned in this article