गणतंत्र दिवस समारोह : दिल्ली में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध, 70,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात

विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था, जोन दो) मधुप तिवारी ने कहा कि परेड में कम से कम 77,000 आमंत्रित लोगों के आने की उम्मीद है. तिवारी ने कहा, 'हमने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नयी दिल्ली जिले को, जहां परेड होगी, 28 जोन में बांटा है. प्रत्येक जोन का नेतृत्व डीसीपी या अतिरिक्त डीसीपी स्तर के अधिकारी करेंगे.'

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नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस समारोहों के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं और नगर में 70,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इन 70,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों में से 14,000 की तैनाती गणतंत्र दिवस परेड की सुरक्षा के लिए कर्तव्य पथ और उसके आसपास की जाएगी.

पुलिस ने दिल्ली में शुक्रवार को सुचारू यातायात के लिए परामर्श जारी किया है जिनमें यातायात व्यवस्था और प्रतिबंधों का जिक्र है. अधिकारियों ने बताया कि इस साल की परेड को देखने के लिए कर्तव्य पथ पर आने वाले करीब 77,000 आमंत्रित लोगों की सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं.

विशेष पुलिस आयुक्त (सुरक्षा) दीपेंद्र पाठक ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गणतंत्र दिवस के मद्देनजर दिल्ली के चारों ओर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पाठक ने कहा कि 26 जनवरी समारोह के लिए सुरक्षा, यातायात और जिला इकाइयां केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय के साथ काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि कर्तव्य पथ पर करीब 14,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि कमांडो, त्वरित प्रतिक्रिया दल, पीसीआर वैन, तोड़फोड़ रोधी बल और ‘स्वाट' दलों को कर्तव्य पथ और शहर में विभिन्न रणनीतिक स्थानों पर तैनात किया जाएगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने हवाई खतरों से निपटने के लिए भी तैयारी की है. पाठक ने कहा कि पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद दिल्ली के 'संवदेनशील' इलाकों में शांति बनी रहे.

विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था, जोन दो) मधुप तिवारी ने कहा कि परेड में कम से कम 77,000 आमंत्रित लोगों के आने की उम्मीद है. तिवारी ने कहा, 'हमने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नयी दिल्ली जिले को, जहां परेड होगी, 28 जोन में बांटा है. प्रत्येक जोन का नेतृत्व डीसीपी या अतिरिक्त डीसीपी स्तर के अधिकारी करेंगे.'

उन्होंने कहा कि लापता व्यक्तियों के लिए बूथ, हेल्पडेस्क, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और अलग सुविधा बूथ स्थापित किए गए हैं, जहां आगंतुक परेड से पहले अपने वाहन की चाबियां जमा कर सकते हैं. तिवारी ने लोगों से समय से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने और गहन जांच के दौरान सुरक्षा कर्मियों के साथ सहयोग करने का भी अनुरोध किया.

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प्रवेश द्वार पर जूतों की जांच के सवाल पर तिवारी ने कहा, ''जामा तलाशी'' की जाएगी. यात्रा परामर्श के मुताबिक, परेड सुबह 10.30 बजे विजय चौक से शुरू होगी और लाल किला मैदान की ओर बढ़ेगी. सुबह 9.30 बजे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, इंडिया गेट पर संबंधित समारोह होगा.

परामर्श में कहा गया है कि परेड विजय चौक, कर्तव्य पथ, सी-हेक्सागन, सुभाष चंद्र बोस गोल चक्कर, तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग, नेताजी सुभाष मार्ग और लाल किले से होकर गुजरेगी. बृहस्पतिवार शाम छह बजे से कर्तव्य पथ पर विजय चौक से इंडिया गेट तक किसी यातायात की अनुमति नहीं होगी. यह रोक परेड खत्म होने तक जारी रहेगी.

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परामर्श के अनुसार शुक्रवार सुबह 10.30 बजे से तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग और नेताजी सुभाष मार्ग पर यातायात की अनुमति नहीं होगी. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के एक बयान में कहा गया है कि जिन लोगों के पास गणतंत्र दिवस समारोह के लिए वास्तविक ई-निमंत्रण कार्ड या ई-टिकट होंगे, उन्हें सरकार द्वारा जारी पहचान पत्र दिखाने पर स्टेशनों पर कूपन जारी किए जाएंगे, जो केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन स्टेशन से बाहर निकलने के लिए मान्य होंगे.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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