टीएमसी के बागी मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने दिया इस्तीफा, राज्यपाल को भी भेजी कॉपी

नंदीग्राम के विधायक ने पिछले दो से तीन महीनों से तृणमूल के भीतर अपने असंतोष का कोई भेद नहीं बनाया है, उन्होंने पार्टी और कैबिनेट की बैठकों में जाना छोड़ दिया था.

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कोलकाता:

अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) को झटका लग सकता है, ममता सरकार के वरिष्ठ मंत्री सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आज सुबह त्याग पत्र सौंपा दिया और उसकी एक कॉपी राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भी भेजी.

अधिकारी ने परिवहन और सिंचाई मंत्री के रूप में पद छोड़ दिया है, लेकिन तृणमूल विधायक बने हुए हैं क्योंकि उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है. फिर भी, मंत्रिमंडल से उनका इस्तीफा उन्हें पार्टी से बाहर निकलने में बड़ी भूमिका अदा कर सकता है. 

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नंदीग्राम के विधायक ने पिछले दो से तीन महीनों से तृणमूल के भीतर अपने असंतोष का कोई भेद नहीं बनाया है, उन्होंने पार्टी और कैबिनेट की बैठकों में जाना छोड़ दिया था. यहां तक की उनकी कई रैलियों में, मुख्यमंत्री के,  तृणमूल के  झंडे, बैनर या तस्वीर नहीं दिखे. उन्होंने सार्वजनिक रूप से इसके बारे में कभी भी बात नहीं की है, लेकिन पार्टी में ममता बनर्जी के भतीजे और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी को दी गई प्रमुखता से दुखी हैं.

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उन्होंने हाल ही में एक सार्वजनिक बैठक में कहा, "मैं पैराशूट या लिफ्ट से नहीं पहुंचा हूं, मैं एक एक सीढ़ी पर चढ़कर यहां तक पहुंचा हूं" उन्हें पार्टी के मामलों में चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के प्रभाव से नाराज होने के लिए भी जाना जाता है. प्रशांत किशोर ने इस महीने में पूर्वी मिदनापुर के कांथी में अधिकारी के घर के लिए 150 किलोमीटर की यात्रा की,  लेकिन उन्हें सुवेंदु के पिता, तृणमूल सांसद सिसिर अधिकारी से मिलने के बाद ही लौटना पड़ा था.

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सोमवार को हुई बैठक बेनतीजा रही थी 
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और उनके मंत्री सुवेंदु अधिकारी के बीच सोमवार को हुई बातचीत बेनतीजा रही थी, इस बैठक के बाद भी अधिकारी ने पार्टी से दूरी बनाए हुए थी और राज्य मंत्रिमंडल की बैठकों में भाग नहीं ले रहे थे. पार्टी के सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ टीएमसी सांसद सौगत रॉय, जिन्हें अधिकारी के साथ बातचीत करने का काम सौंपा गया था.

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उन्होंने सोमवार शाम को उत्तरी कोलकाता के एक स्थान पर मंत्री से मुलाकात की थी और लगभग दो घंटे तक चर्चा की. एक सप्ताह में दोनों नेताओं के बीच यह दूसरी बैठक हुई थी. पार्टी के एक सूत्र ने बताया था, ‘‘यह एक खुली बैठक थी. यह बेनतीजा रही, लेकिन बहुत जल्द वार्ता के और दौर आयोजित होंगे.''हालांकि, रॉय और अधिकारी दोनों बैठक के बारे में कुछ नहीं बोला था.

(इनपुट एजेंसी भाषा से भी)

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