समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन के राणा सांगा (Rana Sanga Controversy) पर दिए गए बयान के बाद बुधवार को उनके घर पर हमला किया गया था और जमकर तोड़फोड़ की गई थी. इसके बाद गुरुवार को उन्होंने कहा, 'मैंने कुछ गलत नहीं किया है, माफी नहीं मांगूगा.' रामजी लाल सुमन ने कहा, मैंने जो कहा है वो ऐतिहासिक तथ्य है और मैं अपने बयान पर कायम हूं. इसके साथ ही उन्होंने जगदीप धनखड़ से आज मुलाकात की और उन्हें सुरक्षा दी जानें की भी मांग की.
इसी बीच समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव आगरा में रामजी लाल के घर पहुंचे. रामगोपाल यादव ने यहां परिजनों से मुलाकात की और घटना की जानकारी भी ली. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया है. ये घटना उस वक्त हुई जब शहर में मुख्यमंत्री मौजूद थे.
उन्होंने कहा, 'प्रदर्शनकारी लाठी डंडे तलवारे लेकर आए उसके बाद उन्हें रोका नहीं गया. अगर रामजी लाल दलित न होते हो उनपर ये हमला नहीं होता. समाजवादी पार्टी ईद के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में बड़ा आंदोलन करेगी और सरकार को इसपर कार्यवाही करने के लिए मजबूर करेगी'.
बुधवार को हुआ था हमला
आगरा में एक दक्षिणपंथी संगठन से जुड़े लोगों ने राणा सांगा को लेकर हाल में दिए गए विवादित बयान के बाद सुर्खियों में आए समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन के घर पर बुधवार को हमला किया था. इसके बाद रामजी लाल सुमन के बेटे रणजीत ने आरोप लगाया कि करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने हरिपर्वत चौराहे के पास स्थित उनके घर में घुसकर खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए. उन्होंने कहा कि लाठी-डंडे और तलवार लिए हमलावरों ने परिसर में खड़ी कारों में भी तोड़फोड़ की.
रणजीत ने कहा, “सोशल मीडिया पर कई दिनों से उनके पिता के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है. दो दिन से यह धमकी दी जा रही थी कि राज्यसभा सदस्य के आवास का घेराव किया जाएगा.” रणजीत ने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि धमकी देने वालों को संरक्षण दिया. (इनपुट भाषा से भी)