अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री डकैती रोधी अभियान चलाने में भारतीय नौसेना की भूमिका के लिए अपनी सराहना से अवगत कराया. राजनाथ सिंह और ऑस्टिन ने फोन पर बातचीत की और रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी वार्ता के विवरण में भारतीय नौसेना के लिए अमेरिकी रक्षा मंत्री की सराहना का उल्लेख किया गया.
समझा जाता है कि दोनों मंत्रियों ने विदेशी सैन्य बिक्री (एफएमएस) मार्ग के तहत अमेरिका से 31 एमक्यू-9बी ड्रोन के भारत के नियोजित अधिग्रहण पर भी विचार-विमर्श किया. अमेरिकी पक्ष के एक विवरण में कहा गया है कि सिंह और ऑस्टिन ने “स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र” के समर्थन में अमेरिका और भारत के बीच ‘प्रमुख रक्षा साझेदारी' में बढ़ती गति पर चर्चा की. इसमें अरब सागर और निकटवर्ती जलमार्गों में कानून के शासन के लिए भारत के समर्थन का भी जिक्र किया गया.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को अपने अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन के साथ महत्वाकांक्षी भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग कार्ययोजना को लागू करने के तरीकों और साधनों पर चर्चा की, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाना है.
भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को बीच समुद्र में नाटकीय अंदाज में किए गए एक बचाव अभियान में भारतीय तट से करीब 2600 किलोमीटर दूर समुद्री डकैतों के कब्जे वाले एक पोत से 17 बंधकों को मुक्त कराया और 35 सशस्त्र डकैतों को पकड़ा. माल्टा के ध्वज वाले इस पोत का बीते वर्ष 14 दिसंबर को अपहरण कर लिया गया था.
पिछले कुछ हफ्तों में, भारतीय नौसेना ने पश्चिमी हिंद महासागर में कई व्यापारिक जहाजों पर हुए हमलों के बाद उन्हें सहायता प्रदान की है. सिंह ने ‘एक्स' पर लिखा, “मेरे मित्र रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत हुई और द्विपक्षीय, क्षेत्रीय सुरक्षा तथा रक्षा सहयोग के मुद्दों पर संक्षेप में चर्चा की.” उन्होंने कहा, “हमने ‘भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग कार्ययोजना' को लागू करने के तरीकों और साधनों पर भी चर्चा की, जो पिछले साल संपन्न हुआ था.” रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सिंह और ऑस्टिन दोनों ने पिछले महीने दिल्ली में आयोजित ‘इंडस-एक्स' शिखर सम्मेलन जैसे हालिया द्विपक्षीय कार्यक्रमों की भी समीक्षा की.