Rajkot, Delhi Fire: पहले गुजरात के राजकोट और फिर दिल्ली के विवेक विहार की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. इन दोनों घटनाओं में 16 बच्चों ने अपनी जिंदगी गंवाई है. राजकोट के टीआरपी गेमिंग जोन (Rajkot Game Zone Fire) में लगी आग में जहां 9 बच्चों समेत कुल 32 लोगों की मौत हुई है वहीं विवेक विहार के एक बेबी केयर सेंटर (Delhi baby care Centre Fire) में आग में झुलसने से 7 बच्चे अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठे. मतलब, महज 7 घंटे के अंतराल में 16 मासूम बच्चों ने किसी और गलती की वजह से जान गंवाई. पुलिस फिलहाल इन दोनों मामलों की जांच में जुटी है. राजकोट के गेमिंग जोन की घटना में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. जबकि दिल्ली के विवेक विहार मामले आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है. हालांकि, शुरुआती जांच के अनुसार आग लगने की एक वजह सिलेंडर में हुए धमाके को माना जा रहा है.
99 रुपये की स्कीम की वजह से ज्यादा थी भीड़
राजकोट अग्नीकांड में अभी तक की जांच में पता चला है कि गेमिंग जोन में जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त वहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. पुलिस की जांच में पता चला है कि शनिवार को गेम जोन की तरफ से 99 रुपये में टिकट देने की स्कीम चलाई गई थी. इस वजह से शनिवार को गेम जोन में आम दिनों की तुलना में कहीं ज्यादा लोग मौजूद थे. इस वजह से ही ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुए हैं. मामले में पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में भी ले लिया है. इसमें टीआरपी गेम जोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी, उनके पार्टनर प्रकाश जैन, मैनेजर नितिन जैन और एक अन्य शख्स राहुल राठौड़ शामिल हैं.
गेमिंग जोन के पास नहीं था NOC
राजकोट पुलिस की जांच में पता चला है कि जिस गेमिंग जोन (Fire in game zone Rajkot)में आग लगने से 9 बच्चों समेत 32 लोगों की जान गई है, उसके पास फायर NOC ( नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) तक नहीं था. पुलिस ने इस गेमिंग जोन के मालिक के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया है. पुलिस ने इस गेमिंग जोन के मालिक और मैनेज को भी गिरफ्तार किया है.
ये मानव निर्मित आपदा : HC
राजकोट अग्नीकांड पर गुजरात हाईकोर्ट (Gujarat High Court) ने भी संज्ञान लिया है. कोर्ट ने इसे एक मानव निर्मित आपदा बताया है. साथ ही कोर्ट ने राजकोट नगर निगम से इस मामले को लेकर स्पष्टीकरण भी मांगा है.
गेम जोन में थे ज्वलनशील पदार्थ, फायर एनओसी भी नहीं थी
सूत्रों के अनुसार, टीआरपी गेमिंग जोन (TRP Game Zone)के एक हिस्से में मरम्मत का काम चल रहा था. इस वजह से यहां पेट्रोल-डीजल और प्लाई वुड रखे हुए थे. आग लगने के बाद पेट्रोल-डीजल की वजह से यह और तेजी से फैला औऱ देखते ही पूरा गेमिंग जोन इसकी जद में आ गया.
सिलेंडर धमाके से लगी आग
सूत्रों के अनुसार दिल्ली के विवेक विहार स्थित बेबी केयर सेंटर (Baby Care Centre Fire) में शनिवार रात करीब 11 बजे आग लगी. आग लगने की वजह सिलेंडर ब्लास्ट को माना जा रहा है. हालांकि अभी इसकी जांच हो रही है. सिलेंडर में धमाके के बाद आग पूरी इमारत में फैल गई. जिस समय आग लगी उस दौरान इस बेबी केयर सेंटर में कुल 12 बच्चे थे. आग लगने की सूचना मिलने के बाद बेबी केयर सेंटर से 5 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका है. इन सभी बच्चों को फिलहाल इलाज चल रहा है.