राजकोट के टीआरपी गेम जोन में लगी आग में 32 लोगों की मौत हो गई है, जबकि अभी कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. इस घटना को लेकर एक प्रत्यक्षदर्शी ने अपनी आपबीती साझा की है. उसने उस खौफनाक मंजर को बयान करते हुए कहा कि हम कुछ देर पहले ही गेम जोन के अंदर पहुंचे थे. मेरे साथ मेरे तीन दोस्त थे. पार्क के अंदर शनिवार का दिन होने की वजह से भीड़ काफी ज्यादा थी. पहले माले पर हमारे साथ-साथ 100 से ज्यादा लोग थे जबकि उतने ही लोग नीचे थे. हम अभी ये सोच ही रहे थे कि पार्क के अंदर आने के बाद सबसे पहले कौन सा गेम खेला जाए कि इतने में हमे वहां के स्टॉफ ने जल्दी से नीचे आने के लिए कहा. एकाएक भागो-भागो आग लग गई है...की आवाज सुनाई दी. हमे लगा कि ये कोई छोटी मोटी आग होगी. लेकिन कुछ ही मिनट में ये चारों तरफ फैल गई. चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई. हर कोई एग्जिट गेट की तरफ भाग रहा था.
"एक ही एक्जिट डोर था.."
गेम जोन के अंदर मेरे दोस्तों के साथ-साथ अन्य लोग भी जान बचाने के लिए एग्जिट डोर की तरफ भागे, लेकिन एक ही एग्जिट होने की वजह से वहां भीड़ बहुत ज्यादा थी. मेरे दोनों दोस्त इस भीड़ में फंस गए. अब तक आग एग्जिट और एंट्री के गेट के पास भी फैल चुकी था. ऐसे में मैंने सोचा कि अब बाहर नहीं निकल पाउंगा. जलकर मरने से बेहतर है कि बार निकलने की कोशिश की जाए. जिस समय मैं ये सोच रहा था उस दौरान पार्क के अंदर हर तरफ आग ही आग थी. कई लोग आग की चपेट में आ चुके थे. लेकिन किसी को भी बचने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था. जो एक रास्ता इस आग के बवंडर से बाहर निकलने का था वो इतना संकरा था कि उसमें से एक साथ कई लोग नहीं निकल सकते थे.
"अंदर एक भी इमरजेंसी एग्जिट नहीं था"
लोग अपनी अपनी जान बचाने के लिए एक दूसरे के ऊपर चढ़कर बाहर भागने की कोशिश कर रहे थे. गेम जोन में एक भी इमरजेंसी एग्जिट तक नहीं था, इस वजह से भी भीड़ एक ही गेट पर ज्यादा थी. जब आग लगी तो उस दौरान वहां मौजूद स्टॉफ सबसे पहले बाहर भागे. आग बूझाने के लिए अंदर ऐसा कुछ भी नहीं दिख रहा था जिससे की हम आग को कुछ हद तक ही सही लेकिन काबू कर पाएं. मेरे दो दोस्त अभी भी लापता हैं. मैंने किसी तरह से वहां से जान बचाकर बाहर आ पाया. ये मंजर बेहद खौफनाक था. मैं अभी भी अपने दोस्तों को ढूंढ़ रहा हूं.
कपड़ों के गट्ठर में भरकर निकाले गए शव
इस गेम जोन के अंदर की जो तस्वीरें बाहर आई हैं वो बेहद खौफनाक हैं. कई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि किस तरह से अंदर जिन लोगों की मौत आग की वजह से हुई है उनके शवों को कैसे कपड़ों के गट्ठर में बांधकर बाहर निकाला गया है.