राजस्थान : बीजेपी के पांच विधायकों के रिजॉर्ट में ठहरने से 'लॉबिंग' की अटकलें

सीपी जोशी इस तरह की किसी संभावना को खारिज किया है. कोटा संभाग के विधायकों ने मंगलवार रात सीकर रोड स्थित एक रिसॉर्ट में 'चेक इन' किया. उनमें से एक ललित मीणा (किशनगंज) को संदेह हुआ कि यह विधायकों की 'बाड़ाबंदी' जैसा कुछ है क्योंकि अन्य विधायक कोटपूतली में दूसरे रिसॉर्ट में जाने की बात कर रहे थे.

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जयपुर: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पांच विधायकों के मंगलवार को जयपुर के एक 'रिजॉर्ट' में एक साथ ठहरने से 'लॉबिंग' की अटकलें शुरू हो गईं. हालांकि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी इस तरह की किसी संभावना को खारिज किया है. कोटा संभाग के विधायकों ने मंगलवार रात सीकर रोड स्थित एक रिसॉर्ट में 'चेक इन' किया. उनमें से एक ललित मीणा (किशनगंज) को संदेह हुआ कि यह विधायकों की 'बाड़ाबंदी' जैसा कुछ है क्योंकि अन्य विधायक कोटपूतली में दूसरे रिसॉर्ट में जाने की बात कर रहे थे.

उन्होंने अपने पिता हेमराज मीणा को इसकी जानकारी दी जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सूचित किया गया. पार्टी के कुछ नेता 'रिजॉर्ट' पहुंचे और विधायक को बुधवार तड़के पार्टी कार्यालय लाया गया. पार्टी सूत्रों ने इसकी पुष्टि की. संपर्क करने पर ललित मीणा ने विवरण देने से इनकार कर दिया. उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया, 'रात में जो कुछ भी हुआ उस बारे में मैंने पार्टी नेताओं को सूचित कर दिया है. पार्टी मेरा परिवार है और यह हमारा पारिवारिक मामला है.'

उनके पिता हेमराज मीणा ने बताया कि उनके बेटे को एक विधायक कंवर लाल मीणा ने मिलने के लिए बुलाया था. बाद में उन्होंने उसे रिजॉर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया. हेमराज ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'जब मुझे विधायक बेटे फोन आया तो मैंने तुरंत पार्टी नेताओं को इसकी जानकारी दी . हम रिजॉर्ट में गए जहां कंवर लाल मीणा से विवाद हो गया. हालांकि, हम ललित को पार्टी कार्यालय ले आए.'

जब उनसे पूछा गया कि विधायक किसके निर्देश पर वहां ठहरे हुए हैं तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और इस बारे में कंवर लाल मीणा ही बता सकते हैं. विधायक कंवर लाल से संपर्क नहीं हो सका. इस बीच, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि 'बाड़ाबंदी' जैसा कुछ नहीं है और विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्रों में हैं. उन्होंने मीडिया से कहा, 'कोई बाड़ाबंदी नहीं है. विधायक अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में हैं.'

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को लेकर कोई भी फैसला विधायक दल की बैठक के बाद किया जाएगा. उन्होंने संवाददाताओं से कहा 'पर्यवेक्षकों की नियुक्ति के बाद बैठक बुलाई जाएगी.' उधर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आवास के बाहर दो बड़े पोस्टर लगाए गए हैं जिनमें वे राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में पार्टी की जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दे रही हैं. पोस्टर आज सामने आए.

कोटा संभाग के झालावाड़ जिले की झालरापाटन सीट से विधायक राजे कल रात दिल्ली पहुंचीं . राज्य की 200 में से 199 सीटों पर हुए चुनाव के परिणाम रविवार को आए थे. भाजपा को 115 सीटों के साथ बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर संशय बरकरार है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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