राजस्थान के बूंदी जिले में मूसलाधार बारिश की वजह से एक घर की दीवार ढहने से एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई, जिनमें से चार बच्चे हैं. पुलिस ने बुधवार को बताया कि घटना नवघाट क्षेत्र में मंगलवार व बुधवार की दरम्यानी रात को हुई है. मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान के बूंदी, बारां, सवाई माधोपुर और कोटा जिलों के कई इलाकों में भारी बारिश हुई, जबकि कई अन्य इलाकों में बुधवार सुबह तक भारी बरसात हुई. पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा ने कहा कि एक घर की एक पुरानी दीवार गिर गई. इस घर में दो भाई महेंद्र केवट और महावीर केवट अपने परिवार के साथ रहते थे. उनके मुताबिक, दीवार गिरने से घर की छत ढह गई, जिससे परिवार के सभी सात सदस्य मलबे में दब गए.
उन्होंने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दो लोगों को मलबे से निकालने में कामयाब रही. उन्होंने कहा कि बुधवार सुबह तीन अन्य को निकाला लिया गया. जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता ने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और नागरिक सुरक्षा टीमों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया लेकिन दुर्भाग्य से, परिवार का कोई भी सदस्य नहीं बच पाया.
उन्होंने कहा कि मृतक के परिजन को नियमानुसार जल्द से जल्द मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है. पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान महेंद्र केवट (40), उनकी पत्नी अनीता (32), महावीर की पत्नी मीरा (40), पूसी (10), तमन्ना (9), दीपिका (7) और कान्हा (5) के रूप में हुई है. उन्होंने कहा कि दीवार गिरने की आवाज सुनते ही घर से बाहर चले जाने की वजह से महावीर बाल-बाल बच गया.
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केशवरायपाटन के थानेदार लोकेंद्र पालीवाल ने कहा कि स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि घर का निर्माण दशकों पहले अनियोजित तरीके से किया गया था. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और लोकसभा अध्यक्ष और कोटा-बूंदी के सांसद ओम बिरला ने घटना में लोगों की मौत पर दुख जताया है.