- राजस्थान और मध्य प्रदेश में खांसी के सिरप पीने से 12 बच्चों की मौत हो गई है
- कायसन फार्मा की 19 दवाओं और डेक्सट्रोमैथोरपन युक्त दवाओं के वितरण पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है
- स्वास्थ्य विभाग ने कायसन फार्मा के 10,119 सैंपल में से 42 सैंपल फेल पाए जाने पर 19 दवाओं की आपूर्ति रोक दी है
राजस्थान के कई जिलों में खासी के सिरप की वजह से तांडव मच गया, जहां कई बच्चों की मौत हो गई, वहीं कई बच्चे बीमार हो गए. इसी बीच चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने कफ सिरप मामले में एक्शन लिया है. कायसन फार्मा की 19 दवाओं पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है.
डेक्सट्रोमैथोरपन युक्त दवाओं पर भी लगी रोक
साथ ही कंपनियों की डेक्सट्रोमैथोरपन युक्त दवाओं के वितरण पर भी रोक लगाई गई है. साथ में औषधि नियंत्रक राजाराम शर्मा को मानक निर्धारण प्रक्रिया प्रभावित करने के आरोप में निलंबित किया गया है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गहन जांच और प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, इसके लिए विशेषज्ञ समिति गठित की जाएगी.
कायसन फार्मा के 42 सैंपल हुए फेल
कायसन फार्मा की दवाओं के 10,119 सैंपल लिए गए जिनमें से 42 सैंपल अमानक पाए गए. विभाग ने एहतियातन इस कंपनी द्वारा सप्लाई की जा रही सभी दवाओं की आपूर्ति पर रोक लगा दी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को जारी की एडवाइजरी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) डॉ सुनीता शर्मा ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को खांसी के सिरप के सभी उपयोग के लिए स्वास्थ्य निर्देशकों को एडवाइजरी जारी की है. उन्होंने कहा कि बच्चों में होने वाली ज्यादातर खांसी की समस्या अपने आप ठीक हो जाती है और इसके लिए दवा की जरूरत नहीं पड़ती है. ऐसे में बिना दवा के राहत के उपाय की सलाह दें.
खांसी की सिरप पीने के बाद हुई कई बच्चों की मौत
खांसी की सिरप पीने के बाद से राजस्थान और मध्य प्रदेश में अब तक 12 बच्चों की मौत हो चुकी है. इसमें मध्य प्रदेश के 9 और राजस्थान के 3 बच्चे शामिल है. बच्चों की मौत के बाद कारणों को लेकर जांच तेज कर दी गई है.