"केवल राहुल ही पीएम मोदी को दे सकते हैं चुनौती"; खरगे के पदभार संभालने के बाद बोले अशोक गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "ये राहुल गांधी की इच्छा थी कि एक गैर-गांधी पार्टी का अध्यक्ष बने. हालांकि इसके बावजूद आखिरी मिनट तक उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाने के प्रयास किए गए."

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राजस्थान के मुख्यमंत्री ने खड़गे को उनकी जीत पर बधाई दी.
नई दिल्ली:

कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि राहुल गांधी को सबसे पुरानी पार्टी का अध्यक्ष बनाने के लिए "आखिरी मिनट तक" तमाम प्रयास किए जा रहे थे क्योंकि उनके मुताबिक "केवल वही हैं जो प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दे सकते हैं." नवनिर्वाचित कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने औपचारिक रूप से कार्यभार संभालने पर दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए अशोक गहलोत ने कहा, "यह राहुल गांधी की इच्छा थी कि एक गैर-गांधी पार्टी का अध्यक्ष बने.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हालांकि, अंतिम मिनट तक, प्रयास उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाने के लिए बनाया गया था क्योंकि केवल वही प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार को चुनौती दे सकते हैं." इसके बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री ने खरगे को उनकी जीत पर बधाई दी. गहलोत ने कहा, "आज एक नई शुरुआत है. हम मल्लिकार्जुन जी को बधाई देते हैं और पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करेंगे." दिग्गज नेता दिन में बाद में कांग्रेस मुख्यालय में एक कार्यक्रम में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालेंगे.

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समारोह में, खरगे को सोनिया गांधी द्वारा चुनाव का प्रमाण पत्र सौंपा जाएगा. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भी अपनी चल रही भारत जोड़ो यात्रा से ब्रेक लेने के बाद समारोह में मौजूद रहने की संभावना है. खरगे 24 वर्षों में पहले कांग्रेस अध्यक्ष होंगे जो नेहरू-गांधी परिवार से ताल्लुक नहीं रखते हैं. उन्होंने पार्टी के शीर्ष पद की दौड़ में अपने प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर को भारी अंतर से पछाड़ दिया.

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