किसानों के आंदोलन से इतर महाराष्ट्र से एक खबर आ रही है. एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे अयोध्या जाएंगे. राज ठाकरे 1 से 9 मार्च के बीच अयोध्या जाएंगे और वहां जाकर रामलला के दर्शन करेंगे. माना जा रहा है कि एमएनएस अब मराठी मुद्दे के साथ हिन्दुत्व के मुद्दे पर सक्रिया राजनीति करने जा रहे हैं. शिवसेना के राज्य में कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद हिन्दुत्ववादी के मु्द्दे पर नरम हुई है. ऐसे में इसका लाभ मनसे उठाना चाहती है. मनसे हिन्दुत्व का मुद्दा उठाकर अपना जनाधार बढ़ाना चाहती है.
बता दें कि जब राममंदिर के लिए भूमि पूजन हुआ था तब भी राज ठाकरे ने इस पर बयान दिया था. मनसे प्रमुख ने मराठी समाचार चैनल से कहा था इस समय भूमि-पूजन की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि कोरोना के चलते अभी लोगों की मानसिक स्थिति बिल्कुल अलग है. स्थिति सामान्य होने पर इसे दो महीने बाद भी किया जा सकता था.तब लोग इस कार्यक्रम का आनंद भी उठा पाते.'
बता दें कि पिछले साल जनवरी में अपना नया झंडा सामने लेकर आई थी. उस समय कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन में उनके भाषण से मनसे के कट्टर हिंदुत्व राजनीति की ओर उन्मुख होने का संकेत भी मिला था. इस दौरान मनसे प्रमुख ने ये भी कहा था कि मैं सरकार बनाने के लिए मेरी पार्टी का रंग नहीं बदलता. उनके इस बयान का जवाब उद्धव ठाकरे ने भी दिया था. उन्होंने कहा था कि हमने हिंदुत्व छोड़ा नहीं है. हमारा रंग भगवा है और मन में भी भगवा है.