- रेल मंत्रालय ने देश के 75 प्रमुख रेलवे स्टेशनों ऐसी सुविधा का निर्माण करने जा रहा है.
- नई दिल्ली में पहले से चालू स्थायी होल्डिंग एरिया के अलावा अन्य जोनों में भी निर्माण कार्य शुरू हो चुका है
- स्थायी होल्डिंग एरिया में टिकट काउंटर, शौचालय, पूछताछ केंद्र, लगेज चेकिंग जैसी अन्य सुविधाएं भी होंगी
भारतीय रेलवे यात्री सुविधाओं के विस्तार के लिए लगातार काम कर रही है. रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए कई कदम उठाए गए हैं। अब रेल मंत्रालय ने देश के 75 रेलवे स्टेशनों पर स्थायी होल्डिंग एरिया (Permanent Holding Area) बनाने का निर्णय लिया है.
अगले साल तक बन जाएंगे होल्डिंग एरिया
मंत्रालय से मिली जनाकारी के अनुसार, सभी जोन के रेलवे स्टेशनों पर स्थाई होल्डिंग एरिया का निर्माण हो रहा है. रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्थाई होल्डिंग एरिया को "यात्री सुविधा केंद्र" का नाम दिया गया है. अभी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अजमेरी गेट की तरफ बना स्थाई होल्डिंग एरिया चालू है. लेकिन अन्य 75 स्टेशनों पर भी काम शुरू हो चुका है और अगले वर्ष 2026 के सितंबर माह तक पूरा होने का लक्ष्य है.
इन स्टेशनों पर होगा निर्माण
- सेंट्रल (CR) जोन में कुल 6 स्टेशन पर निर्माण चल रहा है. इसमें मुंबई CSMT, लोकमान्य तिलक टर्मिनस, नागपुर, नासिक रोड, पुणे और दादर शामिल है.
- ईस्टर्न (ER) के 5 स्टेशन हैं जिसमें हावड़ा, सियालदह, आसनसोल, भागलपुर और जसिदीह है.
- ईस्ट सेंट्रल रेलवे (ECR) के 6 स्टेशन हैं. इसमें पटना, दानापुर, मुजफ्फरपुर, गया, दरभंगा और पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन शामिल है.
- ईस्ट कोस्ट (EcoR) के तीन स्टेशन्स हैं. भुवनेश्वर, विशाखापट्टनम और पुरी .
- नॉर्दर्न (NR) के सबसे अधिक 12 रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधा केंद्र का निर्माण हो रहा है. नई दिल्ली (चालू), आनंद विहार टर्मिनल, हजरत निजामुद्दीन, दिल्ली, गाज़ियाबाद, जम्मू तवी, कटरा, लुधियाना, लखनऊ (NR), वाराणसी, अयोध्या धाम और हरिद्वार शामिल है.
- नॉर्थ सेंट्रल (NCR) के कानपुर, झांसी, मथुरा और आगरा कैंट में निर्माण कार्य चल रहा है.
- नॉर्थ ईस्टर्न (NER) के 4 स्टेशन को चुना गया है. इसमें गोरखपुर, बनारस, छपरा और लखनऊ जंक्शन शामिल है.
- नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर (NFR) के दो स्टेशन हैं गुवाहाटी और कटिहार, जहां स्थाई होल्डिंग एरिया बनाया जा रहा है.
- नॉर्थ वेस्टर्न (NWR) के जयपुर, गांधी नगर जयपुर, अजमेर, जोधपुर और रिंगस में निर्माण हो रहा है.
- सदर्न (SR) जोन का चेन्नई सेंट्रल, चेन्नई एगमोर, कोयंबटूर जंक्शन और एर्नाकुलम जंक्शन शामिल है.
- साउथ सेंट्रल (SCR) का सिकंदराबाद, विजयवाड़ा, तिरुपति, गुन्टूर, काचेगुड़ा और राजमहेंद्रवरी है.
- साउथ ईस्टर्न (SER) का रांची, टाटानगर और शालीमार है.
- साउथ ईस्ट सेंट्रल (SECR) का सिर्फ रायपुर स्टेशन है.
- साउथ वेस्टर्न (SWR) का बेंगलुरु (SMVT), यशवंतपुर, मैसूरु और कृष्णराजापुरम है.
- वेस्टर्न (WR) का मुंबई सेंट्रल, बांद्रा टर्मिनस, उधना, सूरत, अहमदाबाद, उज्जैन, वडोदरा और सीहोर है.
- वेस्ट सेंट्रल (WCR) का भोपाल, जबलपुर और कोटा रेलवे स्टेशन स्थाई होल्डिंग एरिया निर्माण के लिए चुना गया है.
होल्डिंग एरिया में रहेगी ऐसी सुविधा
इन होल्डिंग एरिया में यात्रियों की सुविधा के लिए बैठने की व्यवस्था, टिकट काउंटर, शौचालय, पूछताछ केंद्र, लगेज चेकिंग और खाने-पीने की सुविधा उपलब्ध होगी. गाड़ियों की जानकारी के लिए एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी. यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यहां एआई आधारित सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे.साथ ही, यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए सहायक कर्मियों की तैनाती की जाएगी.
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि होल्डिंग एरिया का निर्माण इस तरह किया जा रहा है कि एक बार में 5,000 से 6,000 यात्री बिना किसी परेशानी के यहां ठहर सकें. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो. इसके लिए होल्डिंग एरिया में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा.
जानकारी के अनुसार, इन रेलवे स्टेशनों पर स्थायी होल्डिंग एरिया का निर्माण इसलिए किया जा रहा है क्योंकि यहां यात्रियों की आवाजाही बहुत अधिक रहती है. ऐसे में भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के लिए होल्डिंग एरिया बनाए जा रहे हैं.














