- कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की किराया वृद्धि से आम जनता के लिए ट्रेन से यात्रा करना मुश्किल हो गया है
- रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर रेलवे की खराब स्थिति का जिम्मेदार ठहराते हुए इस्तीफा देने की मांग की गई है
- 215 km से अधिक यात्रा के लिए साधारण श्रेणी में प्रति किलोमीटर एक पैसा और अन्य श्रेणियों में दो पैसे बढ़ाए गए
कांग्रेस ने रेल किराये में वृद्धि को लेकर सोमवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने लोगों का ट्रेन से यात्रा करना मुश्किल बना दिया है. पार्टी प्रवक्ता अजय कुमार ने यह भी कहा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को इस्तीफा देना चाहिए क्योंकि ‘उनके रहते रेलवे की हालत खराब हो गई है.' रेल मंत्रालय ने बीते रविवार को घोषणा की थी कि 215 किलोमीटर से अधिक की यात्रा के लिए साधारण श्रेणी के टिकट में प्रति किलोमीटर एक पैसा और मेल/एक्सप्रेस रेलगाड़ियों की नॉन-एसी कैटेगरी और सभी ट्रेन की एसी कैटेगरी में प्रति किलोमीटर दो पैसे की वृद्धि की जाएगी.
नई दरें कब ये होंगी लागू?
अजय कुमार ने मीडिया से बातचीत में दावा किया, 'अश्विनी वैष्णव 2024 में तीसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद से दो बार रेल का किराया बढ़ा चुके हैं. वह इतने चतुर हैं कि यह बताते हैं हमने एक पैसा या दो पैसा प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया बढ़ाया है, लेकिन आम जनता के ऊपर 100-200 रुपये तक का भार पड़ता है.' उन्होंने दावा किया कि पिछले 10 साल में रेलवे का किराया 107 प्रतिशत तक बढ़ चुका है और मोदी सरकार ने लोगों का ट्रेन से चलना भी मुश्किल कर दिया है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'रेल मंत्री का कहना है कि किराया बढ़ाने से रेलवे को 600 करोड़ रुपये का मुनाफा होगा. जबकि रेलवे में खाने की थाली 120 रुपये की हो चुकी है, जो 2014 में 30 रुपये की थी. स्टेशनों की पार्किंग में कार पार्किंग का चार्ज 30 मिनट के बाद 500 रुपये लिया जा रहा है. मोदी सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को दी गई छूट को खत्म कर दिया है.'
रेलवे भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़, न कि वसूली का साधन
अजय कुमार के अनुसार, कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रेन में मिलने वाला खाना लोगों के खाने लायक नहीं है. उन्होंने कहा, '2014 से अब तक 712 ट्रेन हादसे हुए हैं, जिसमें 768 लोगों की मौत हुई है. सरकार को समझना होगा कि रेलवे भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, न कि वसूली का साधन.' कुमार ने मांग की, कि पूरे देश की रेल लाइन में सुरक्षा कवच की व्यवस्था की जाए. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इस्तीफा दें, क्योंकि उनके रहते रेलवे की हालत खराब हो गई है. रेलवे में बुजुर्गों को मिलने वाली छूट वापस लागू की जाए.














