कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा द्वारा उनके खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया जाना इस बात का प्रमाण है कि मुख्यमंत्री के दिल में डर है. उन्होंने उस सोशल मीडिया पोस्ट के लिए भी मुख्यमंत्री की आलोचना की जिसमें मुख्यमंत्री ने दलितों और पिछड़ी जातियों के बारे में ‘‘अपमानजनक'' टिप्पणी की थी.
राहुल गांधी ने यहां एक सभा में कहा, ‘‘वे अब उछल-कूद कर रहे हैं, मेरे खिलाफ मामला दर्ज कर रहे हैं. यह मामला उनके दिलों में डर को दर्शाता है. वे डरे हुए हैं क्योंकि असम के लोग उनके खिलाफ तूफान के रूप में खड़े हैं.''
कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘असम के मुख्यमंत्री ने यह कहकर दलित और पिछड़ों का अपमान किया कि ये समुदाय सिर्फ सामान्य वर्ग के लोगों की सेवा करने के लिए पैदा हुए हैं.'' मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने राज्य पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) जी पी सिंह को अवरोधक तोड़ने के लिए भीड़ को उकसाने के आरोप में राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया.
‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में भाग लेने वाले कांग्रेस नेताओं और समर्थकों को गुवाहाटी के मुख्य मार्गों पर प्रवेश करने से रोकने के लिए राजमार्ग पर अवरोधक लगाए गए थे. कांग्रेस समर्थकों ने जब अवरोधक हटाए तो पुलिसकर्मियों के साथ उनकी झड़प हो गई. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देबब्रत सैकिया को चोटें आईं.
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