शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने रविवार को कहा कि लोकसभा की सदस्यता से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अयोग्य ठहराया जाना “लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है.” उन्होंने दावा किया कि लोकसभा अध्यक्ष ने मामले में “जल्दबाजी में काम किया.” बादल ने कहा कि भले ही शिअद (SAD), कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ राहुल गांधी की नीतियों का विरोधी रहा है, लेकिन उसे लगता है कि उन्हें (राहुल) अपनी अयोग्यता के खिलाफ अपील करने के लिए उचित समय दिया जाना चाहिए था.
गांधी को बृहस्पतिवार को सूरत की एक अदालत ने 2019 के मानहानि के एक मामले में दो साल की जेल की सजा सुनाई थी. एक दिन बाद उन्हें मामले में दोषी ठहराए जाने की तारीख से लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया.
बादल ने दावा किया कि लोकसभा अध्यक्ष ने राहुल गांधी को अयोग्य घोषित करने में “जल्दबाजी'' दिखाई और “यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है.” उन्होंने कहा, “व्यवस्था को अपना काम करने देना चाहिए और इसे बाधित करना तानाशाही रवैये की ओर इशारा करता है.”
लोकसभा की सदस्यता से राहुल गांधी को अयोग्य ठहराए जाने को लेकर भाजपा के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रविवार को देश भर में विरोध प्रदर्शन किया.