Rahul Gandhi vs Narendra Modi : राहुल गांधी सोमवार को खूब सुर्खियों में रहे. लोकसभा में उनके भाषण पर दिन भर माहौल गरमाया रहा. राहुल गांधी की "नमस्ते" वाली शिकायत का खुद प्रधानमंत्री ने जवाब दिया. इसके बाद राहुल गांधी ने "हिंदुओं और भगवान शिव" पर बयान दे दिया. इस पर पीएम मोदी, अमित शाह से लेकर राजनाथ सिंह तक ने आपत्ति जताई. हालांकि, यह पहली बार नहीं है कि राहुल गांधी के बयान पर बवाल मचा हो, ऐसा पहले भी हो चुका है. राहुल गांधी और प्रधानमंत्री मोदी की वन टू वन भी संसद में कई बार हुई और इसके मीम्स तक बन चुके हैं और सोशल मीडिया पर वायरल हैं. यहां पढ़ें दोनों के बीच कब-कब और क्या हुए लोकसभा में संवाद...
2018 का राहुल का यह भाषण यादगार रहा
बात साल 2018 की है. संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में बोलते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर एक-एक कर कई सारे आरोप लगाए और सरकार को कटघरे में खड़ा किया. लोकसभा का पूरा माहौल गर्म था और राहुल गांधी काफी गंभीर नजर आ रहे थे. इसके बाद अचानक राहुल गांधी कहने लगे कि आप मुझे गाली दे सकते हैं, आप मुझे पप्पू कह सकते हैं, मगर मेरे भीतर किसी तरह की घृणा नहीं है. मैं आपके भीतर से घृणा को निकाल फेंकूंगा और प्यार भर दूंगा. यह कहते हुए राहुल गांधी सीधे अपनी जगह से पीएम मोदी के पास चले गये और उनसे हाथ मिलाया. फिर गले मिले. पीएम मोदी पहले तो थोड़े असमंजस में दिखे लेकिन फिर गर्मजोशी से राहुल गांधी से मिले. इसके बाद राहुल गांधी अपनी सीट पर आए और बगल में बैठे सांसद को देखकर आंख मार दी. बाद में पीएम मोदी ने भी आंख मारने वाले पर जवाब देते हुए कहा था, "पूरे देश ने आंखों की आंखमिचौली देखी है." यह प्रकरण खूब चर्चा का विषय बना था.
2016-17 में भूकंप पर हुई थी बात
इससे पहले दिसंबर 2016 में नोटबंदी का विरोध करते हुए कहा था कि उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा. संसद में उन्हें बोलने दिया गया तो भूकंप आ जाएगा. इसका जवाब प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी 2017 में राष्ट्रपति के अभिभाषण की चर्चा के दौरान दिया. उन्होंने कहा, "कल भूकंप आया, आ ही गया. आखिर भूकंप आ ही गया. मैं सोच रहा था कि भूकंप आया कैसे? क्योंकि धमकी तो बहुत पहले सुनी थी. कोई तो कारण होगा कि धरती मां इतना रूठ गईं." इन दोनों मामलों का फरवरी 2019 में भी पीएम मोदी ने जिक्र किया. संसद में पीएम मोदी ने कहा कि मैं भी पहली बार संसद में चुनकर आया था, यहां कई ऐसी बातें देखीं, जो पहले अनुभव नहीं की थी. लोकसभा में भूकंप आने की बातें कहीं गईं. हवाई जहाज उड़ाए गए, लेकिन 5 साल में न भूकंप आया और न किसी हवाई जहाज की उड़ान संसदीय लोकतंत्र की मर्यादा को छू पाई. पहली बार मुझे इस सदन में आकर पता चला कि गले मिलने और गले पड़ने में क्या अंतर है. सदन में आंखों की गुस्ताखियां भी होती हैं. यह भी पहली बार पता चला.
2023 में तीखी हुई बयानबाजी
पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में भी राहुल गांधी पर लोकसभा में भाजपा की महिला सांसदों की तरफ देखकर फ्लाइंग किस करने का वाक्या चर्चा में रहा. अगस्त 2023 में हुई घटना पर भाजपा की महिला सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से लिखित शिकायत भी की थी. इसी तरह मोदी के दूसरे कार्यकाल के अंत में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने तमाम मुद्दों पर भाजपा सरकार को घेरा था. इसके बाद उन्होंने पीएम मोदी पर आपत्तिजनकर बात कह दी. उन्होंने कहा, "नरेंद्र मोदी हिंदुस्तान की आवाज नहीं सुनते. दो लोगों की आवाज सुनते हैं. रावण भी दो लोगों की सुनता था. वैसे ही नरेंद्र मोदी सिर्फ दो लोगों की सुनते हैं." इसका जवाब दूसरे दिन पीएम मोदी ने दिया. राहुल गांधी के नाम का जिक्र किए बगैर पीएम मोदी ने कहा, "इनका मोदी प्रेम जबरदस्त है. इनके सपने में भी मोदी आता है. अगर मोदी भाषण करते वक्त पानी पी ले तो सीना तानकर कहेंगे कि देखिए मोदी को पानी पिला दिया. अगर मैं धूप में जनता दर्शन को जाऊं तो कहेंगे मोदी को पसीना ला दिया. कांग्रेस बरसों से एक ही प्रोजेक्ट को लॉन्च करती है लेकिन हर बार वह फेल हो जाता है."
2024 में तो बात भगवान तक पहुंची
सोमवार को एक बार फिर राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर लोकसभा में टिप्पणी की. राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा, "मैं आपको बताता हूं, आज सुबह मैं आया. राजनाथ सिंह जी ने मुस्कुराकर के मुझे नमस्ते की. मोदी जी बैठे हैं तो मुस्कुराहट नहीं, सीरियस रहते हैं. नमस्ते भी नहीं करते हैं. कहीं मोदी जी न देख लें. वही कहानी गडकरी जी की है. अरे भई अयोध्या की जनता को छोड़ो ये तो बीजेपी वालों को डराते हैं." इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खड़े होकर कहा "लोकतंत्र ने और संविधान ने मुझे सिखाया है कि मुझे विपक्ष के नेता को गंभीरता से लेना चाहिए."
इसके बाद राहुल गांधी ने हिंदुओं और भगवान शिव को लेकर बयान दे दिए. जिसपर जमकर हंगामा हुआ. पीएम मोदी ने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है. इसके बाद अमित शाह, राजनाथ सिंह सहित अन्य भाजपा नेताओं ने भी राहुल गांधी के बयान पर टिप्पणी की. अब आज पीएम मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा करेंगे. जाहिर है पीएम मोदी इस मुद्दे को भी उठा सकते हैं. कांग्रेस और राहुल गांधी खुद भी इस इंतजार में होंगे कि प्रधानमंत्री मोदी आज न जाने क्या कहेंगे.