बचकानी नहीं, शैतानी हरकतें...; राहुल गांधी की भारत विरोधी सांसद से मुलाकात पर किरेन रिजिजू

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने आलोचना करते हुए कहा कि राहुल गांधी पहले ऐसा प्रतिपक्ष नेता हैं. जिन्होंने भारत विरोधी सोच वाले सांसद इल्हान उमर से मुलाकात की.

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विदेश जाकर भारत के खिलाफ बयान बाजी करना दुर्भाग्यपूर्ण

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका यात्रा पर हैं. जहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में भाग लिया. राहुल गांधी का अमेरिका दौरा लगातार किसी ना किसी वजह से सुर्खियों में बना हुआ है. दरअसल अमेरिका यात्रा पर राहुल गांधी ने कई ऐसे बयान दिए, जिनका बीजेपी खुलकर विरोध कर रही है. इसी बीच अमेरिका में राहुल गांधी ने सांसद इल्हान उमर से मुलाकात की, जिसके बाद से भारतीय जनता पार्टी उन पर और हमलावर हो गई.

राहुल गांधी के बयान पर क्या बोले किरेन रिजिजू

अब केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने आलोचना करते हुए कहा कि राहुल गांधी पहले ऐसा प्रतिपक्ष नेता हैं. जिन्होंने भारत विरोधी सोच वाले सांसद इल्हान उमर से मुलाकात की. कांग्रेस के मुख्य सहयोगी नेशनल कांफ्रेंस कहती है कि अफ़ज़ल गुरु को जो फांसी दी गई वह गलत थी. आज ये लोग उनके साथ गठबंधन में साथ चुनाव लड़ रहे हैं. राहुल गांधी अब बचकानी नही शैतानी हरकते कर रहे हैं.

भारत में माइनॉरिटी सबसे ज्यादा सुरक्षित

विदेश से प्रेरणा लेने वाले लोग, आज विदेश जाकर भारत के खिलाफ बातें कर रहे है, जो निंदनीय है. नेशनल कांफ्रेंस ने कहा धारा 370 को खत्म कर देंगे? इसके बाद एससी एसटी आरक्षण का क्या होगा? जब राहुल गांधी का पक्का वाला वोट बैंक मजबूत हो जाएगा, जब एक ही कलर दिखेगा, तब वो आरक्षण खत्म कर देंगे. उनका विदेश जाकर भारत के खिलाफ बयान बाजी करना दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं कहना चाहता हूं कि आज पूरी दुनिया में भारत में माइनॉरिटी सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं.

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इल्हान उमर से राहुल की मुलाकात की क्यों इतनी चर्चा

इल्हान उमर संग राहुल की मुलाकात की कुछ तस्वीरों सामने आई हैं, जिनमें राहुल गांधी कुछ अमेरिकी सांसदों संग खड़े नजर आ रहे हैं. इन सांसदों में इल्हान उमर भी शामिल हैं.  इल्हान उमर एक अमेरिकी सासंद और डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता हैं. वह एक अफ्रीकी शरणार्थी हैं, जो कि चुनाव जीतकर अमेरिका की संसद में पहुंची हैं. जो कि हमेशा ही कश्मीर और खालिस्तान को अलग देश बनाए जाने वाली मांग का समर्थन करती रही हैं.

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उनका नाम अमेरिका की संसद में पहुंचने वाली उन दो मुस्लिम महिलाओं में शामिल हैं, जिनका रुख इजरायल विरोधी है.
इल्हान साल 2022 में पीओके के दौरे पर भी गई थीं. अमेरिका की एक रिपोर्ट के मुताबिक इल्हान के इस दौरे के लिए फंडिंग पाकिस्तान ने की थी. इल्हान का रुख भारत विरोधी है. इल्हान ने सीनेट में पीएम मोदी के भाषण का भी बहिष्कार किया था.

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