कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को भाजपा नीत सरकार पर ईंधन और उर्वरक की बढ़ती कीमतों के जरिए किसानों को ‘‘परेशान'' करने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों को बचाने की जरूरत है. कुरुक्षेत्र के पास समाना में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश की रीढ़ और लोगों का पेट भरने वालों को निशाना बनाया जा रहा है.
उन्होंने कहा, ‘‘किसान को हर तरफ से घेरा जा रहा है. उस पर सीधे तौर पर ईंधन की कीमतों की मार पड़ रही है, उसे मौसम के कारण खराब हुई फसल के लिए बीमा दावे नहीं मिल रहे हैं. उस पर सीधे तौर पर खाद की बढ़ी हुई कीमतों की मार पड़ रही है.''
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘तीन कृषि कानून (अब निरस्त), कृषि कानून नहीं थे. वे उन (किसानों को) पर हमला करने का हथियार थे, जैसे कि नोटबंदी और त्रुटिपूर्ण वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) छोटे व्यापारियों पर हमले के लिए हथियार थे. इन्हें बचाने की जरूरत है.''
उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि किसानों पर हमले हो रहे हैं. मैं एक बात की गारंटी दे सकता हूं कि अगर कांग्रेस पार्टी कहीं भी सत्ता में आती है, तो इस हमले को रोका जाएगा. किसानों को बचाया जाएगा. अगर हम ‘अरबपतियों' के लाखों करोड़ रुपये माफ कर सकते हैं, तो हम किसानों की भी मदद कर सकते हैं.''
राहुल गांधी ने बेरोजगारी की दर को लेकर भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘‘यह देश अपने युवाओं से झूठ बोल रहा है. मैंने 3,000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा की है और युवाओं से पूछा है कि वे क्या करना चाहते हैं, वे कहते हैं कि वे इंजीनियर, डॉक्टर, वकील बनना चाहते हैं, सेना और प्रशासन में शामिल होना चाहते हैं.''
कांग्रेस नेता ने कहा कि हकीकत यह है कि उनमें से सिर्फ 10 फीसदी को ही नौकरी मिलेगी और बाकी के सपने टूट जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि लोग जानते हैं कि बेरोजगारी बढ़ रही है क्योंकि ‘‘ पैसा 3-5 व्यक्तियों के हाथ में संकेंद्रित है.''
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘वे यह भी जानते हैं कि इस धन के संकेन्द्रण से आर्थिक शक्ति भी कुछ लोगों के हाथों में जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप बेरोजगारी और महंगाई बढ़ रही है. हम इस तथ्य को लोगों के सामने रखना चाहते थे और यात्रा ने ऐसा सफलतापूर्वक किया है.''
कौशल विकास के महत्व पर जोर देते हुए गांधी ने कहा, ‘‘हमारी शिक्षा प्रणाली केवल पांच तरीके दिखाती है, लेकिन लाखों तरीके हैं. जब यह देश कौशल का सम्मान करना शुरू करेगा, तो यह एक वास्तविक महाशक्ति बन जाएगा और चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा.''